मेडीगट्टा बैरेज के कारण निर्माण हुई समस्या हल करे

  • पूर्व गृहमंत्री अहीर को सौंपा ज्ञापन

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सिरोंचा. मेडीगट्टा बैरेज के कारण सिरोंचा तहसील को नितदिन नए नए समस्याओं का सामना करना पडता है. मेडीगट्टा बैरेज के उपर से यातायात बंद करने के कारण सिरोंचा तहसील के 50 से 60 गांवों के 20 से 25 हजार लोगों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है. यह मार्ग शुरू करने के लिए प्रयास करे, ऐसी मांग भाजपा आदिवासी आघाडी के महाराष्ट्र प्रदेश सदस्य संदीप कोरेत ने पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री हंसराज अहीर की ओर ज्ञापन द्वारा की है. 

मेडीगट्टा बैरेज होने के पूर्व सिरोंचा तहसील का प्रत्येक गांव से नागरिक तेलंगाना राज्य में नदी से नाव द्वारा सफर करता था. मात्र यह बैरेज निर्माण होने से नाव का सफर पूर्णत बंद हुआ है. छोटे के कार्य हेतु काफी दूरी तय करनी पडती है. अस्पताल में जाना हो या कृषि कार्य हेतु जाने का मार्ग बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड रहा है. उसी तरह बैरेज के दरवाजे बंद करने से बैक  वॉटर तहसील के खेतों में जाता है. फलस्वरूप हाथ में आयी फसल नष्ट होकर स्थानीय किसानों पर भुखमरी की नौबत आ रही है. बैक वॉटर के कारण फसलों का नुकसान यह हमेशा का मुद्दा बना है. इसपर कायम स्वरूप में उपाययोजना करने की आवश्यकता है. 

उसी तरह बैरेज का पानी नहीं छोडे जाने से पानी के लहरों से से किनारें की जमिन धंस रही है. पोचमपल्ली से सोमनूर तक जमिन धंसने का मामला शुरू है. अबतक किसारे से सटे किसानों की आधे से अधिक जमिन पानी में बह गई है. यह प्रकार इसी क्षेत्र में हो रहा है. इसपर जल्द से जल्द हल न निकालने पर किसान रहेगा, मात्र उसकी खेती नहीं रहेगी. खेती की जगह नदी को लेने में देर नहीं लगेगी. इस गंभीर विषय पर ध्यान देकर किसानों को आनेवाले बडे संकट से बचाने के लिए प्रयास करे ऐसी मांग संदीप कोरेत, अमित बेझलवार, अनिकेत ओंडरे ने ज्ञापन से की है.