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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    • स्वास्थ्य मंत्री की उपस्थिति में करार पर हस्ताक्षर

    गड़चिरोली. गड़चिरोली जिले के आदिवासी बांधवों का कोरोना प्रतिबंधक टीकाकरण में सहभाग करने के लिये प्रोजेक्ट मुंबई नामक संस्था द्वारा सहयोग लिया गया है. जनजागृति के साथ ही नागरिकों का समुपदेशन कर टीकाकरण मुहिम सफल करने के लिये संस्था के माध्यम से विशेष प्रयास किया जाएगा.

    इसके लिये गुरूवार को स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे की उपस्थिति में गड़चिरोली के जिलाधिश व प्राजेक्ट मुंबई संस्था के  बीच करार किया गया. ऑनलाईन तरीके से हुए इस कार्यक्रम में प्रोजेक्ट मुंबई संस्था के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिशीर जोशी, गड़चिरोली के जिलाधिश दीपक सिंगला, सर्च संस्था के विश्वस्त डा. आनंद बंग, डा. हर्षा वशिष्ठ आदि उपस्थित थे. इस समय प्राजेक्ट मुंबई के जोशी और सर्च के आनंद बंग ने टीकाकरण मुहिम संदर्भ में अब मत रखा.

    स्वास्थ्य स्वराज्य योजना का शुभारंभ

    गड़चिरोली जिले के आदिवासी बांधवों में कोरोना प्रतिबंधक टीका लेने संदर्भ में उदासिनता दिखाई दे रही है. टीकाकरण संदर्भ में गलतफहमी के चलते इस परिसर में टीकाकरण मुहिम को आवश्यकता नुसार प्रतिसाद नहीं मिल रहा है. जिससे इस क्षेत्र में जनजागृति करने के साथ ही समुपदेशन के माध्यम से टीकाकरण में सहभागी कराने के लिये प्रोजेक्ट मुंबई संस्था प्रयास करेगी.

    इसके लिये गड़चिरोली जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक मदद की जाएगी. कोरोना नियंत्रण के लिये और स्वास्थ्य विषयक गांवों को सक्षम बनाने के लिये स्वास्थ्य स्वराज्य योजना का शुभारंभ इस समय किया गया.

    समूह प्रतिकारशक्ति के लिये टीकाकरण जरूरी: टोपे

    राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, कोरोना प्रतिबंधक के लिये टीकाकरण महत्व का शस्त्र होकर समूह प्रतिकारशक्ति निर्माण करने के लिये बड़े पैमाने पर टीकाकरण करना समय की आवश्यकता है. विश्व स्तर भी जीन देनों में टीकाकरण की फिसदी अधिक है, वहां पर तिसरी लहर का संक्रमण काफी कम दिखाई दे रहा है. जिससे टीकाकरण प्रभावी होकर गड़चिरोली जिले के आदिवासी बांधवों का समुपदेशन करते समय उन्हें टीकाकरण मुहिम में शामिल करें, ऐसा आहवान उन्होंने किया.