इस वर्ष नहीं होगी स्वाधीनता दिवस की ग्राम सभाएं

  • समस्याओं को दुरध्वनी द्वारा रखने के निर्देश
  • स्वाधिनता दिवस पर विशेष सतर्कता बरतने की सुचना

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गडचिरोली. ग्रामीण स्तर समस्याएं हल करने के लिए हर वर्ष स्वाधिनता दिवस पर ग्रामसभा लेना राज्य सरकार ने अनिवार्य किया है. मात्र इस वर्ष कोरोना के संकट को देखते हुए सरकार के ग्राम विकास विभाग ने स्वाधिनता दिवस पर आयोजित होनेवाली ग्रामसभा रद्द करने की बात जिला परिषद को दिए गए आदेश में कहीं है. ग्रामीणों की कोई शिकायते व समस्याएं होने पर संबंधित नियुक्त अधिकारी के मार्फत अथवा ग्रापं पदाधिकारियों के मार्फत ग्रामीण दुरध्वनी द्वारा अपनी समस्याएं रखे, ऐसी बात आदेश में कहीं है. जिससे इस बार प्रथमदफा ग्रामीणों को अपनी समस्याएं ग्रामसभा में न रखते हुए दुरध्वनी द्वारा रखनी पडेगी. बतां दे कि, कोरोना प्रादुर्भाव् के चलते स्वाधिनता दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में सतर्कता बरतने के निर्देश सरकार ने दिए है. 

सरकारी निर्णय के अनुसार सालभर में ग्राम पंचायतों के 4 ग्रामसभाएं आयोजित होती है. इसमें 26 जनवरी, 1 मई, 15 अगस्त व 2 अक्तूंबर यह ग्रामसभाओं की तारीखे है. वहीं अन्य 3 सभा उक्त माह में किसी भी तारीख को ली जाती है. इन ग्रामसभाओं के माध्यम से गांव विकास पर हु खर्च के साथ ही अन्य जानकारी पुछते हुए ग्रापं को सवाल पुछने का मौका ग्रामीणों को मिलता है. ग्रामसभाओं के माध्यम से ग्रापं के कौनसे विभाग को कितना निधी प्राप्त हुआ, कितना निधी खर्च किया गया, मालमत्ता पंजियन तथा वार्षिक टैक्स कितना जमा हुआ, रॉयल्टी के माध्यम से राजस्व कितना मिला, 14 वित्त आयोग का निधी कितना खर्च हुआ, दलितबस्ती में हुए कार्य, जनसुविधा अंतर्गत आया निधी आदि समेत अनेक मुद्दो पर ग्रामसभा के माध्यम से ग्रामीणों द्वारा सवाल उपस्थित किया जाता है. मात्र इस वर्ष राज्य में कोरोना प्रादुर्भाव के चलते राज्य सरकार ने विशेष सतर्कता बरतते हुए 15 अगस्त को स्वाधिनता दिवस पर आयोजित होनेवाली ग्रामसभा रद्द होने की बात सुचित की है. इस संदर्भ के आदेश ग्राम विकास विभाग मार्फत जिला परिषद को प्राप्त हुए है. 

विशिष्ट व्यक्तियों के उपस्थिती में ध्वजारोहण 
मुंबई ग्रामपंचायत नियम 1959 की धारा 7 अन्वये ग्रामसभा लेना आवश्यक है. मात्र इस बार कोविड 19 का प्रादुर्भाव टालने के लिए ग्रामसभाएं आयोजित नहीं होगी. स्वाधिनता दिवस पर ग्रापं कार्यालय में आयोजित ध्वजारोहन कार्यक्रम में विशिष्ट व्यक्ति ही सहभागी हो पाऐंगे. इसमें भी सोशल डिस्टन्सींग का पालन करने के निर्देश प्राप्त हुए है. 

डिजिटल तकनिकी का होगा इस्तेमाल
ग्रामसभा ही नहीं लिए जाने से ग्रामिणों को अपनी शिकायते, प्रश्न फोन द्वारा, ई-मेल अथवा वाट्सऍप द्वारा रख सकते है. जिसके तहत ग्राम पंचायत को डिजिटल तकनिक का प्रभावी इस्तेमाल कर ग्रामीणों की शिकायते, समस्याएं हल करने की सुचनाएं दिए गए है. मात्र जिले का अधिकत्तर क्षेत्र दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्र में आने से इस डिजिटल तकनिक का किताला लाभ होकर ग्रामीणों की शिकायतों का निराकरण होगा, यह बडा प्रश्न है. 

सिधे फोन द्वारा करे शिकायत- पुराम 
कोरोना प्रादुर्भाव को ध्यान में लेते हुए सरकार के ग्राम विकास विभाग अंतर्गत इस वर्ष स्वाधिनता दिवस पर ग्रामसभा नहीं लेने के आदेश दिए गए है. जिसेस जिला परिषद अंतर्गत आनेवाले सभी ग्रापं में इस वर्ष ग्रामसभा रद्द किए गए है. स्वाधिनता दिवस पर विशिष्ट व कम लोगों की उपस्थिती में ध्वजारोहन का कार्यक्रम संपन्न कराया जानेवाला है. इस दौरान सोशल डिस्टन्सिंग का पालन व विशेष सतर्कता बरतने की सुचना निर्गमित किए गए है. ग्रामीणों की कोई शिकायते, समस्याएं हो तो वे ग्रापं स्तर के संबंधित प्रशासकिय अधिकारी, संवर्ग विकास अधिकारी, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी की ओर सिधे वाट्सअप द्वार कर सकेंगे, ऐसी जानकारी जिप के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (पंचायत) आर. एल. पुराम ने दी है.