फिलहाल हल्के व मध्यम प्रजाति के धान फसलों की कटाई शुरू है।
- तूफानी बारिश का परिणाम, किसानों का व्यापक नुकसान
आरमोरी. फिलहाल हल्के व मध्यम प्रजाति के धान फसलों की कटाई शुरू है। किंतु बीते सप्ताह से बीच बीच में तूफानी बरसात के कारण धान फसलों का व्यापक नुकसान हो रहा है। ऐसे में खेत में पानी जमा होने के कारण कटाई रख धान धान को खेतों में रखना संभवन नहीं है। ऐसे में सडक किनारे खेती होनेवाले अनेक किसान सडक के किनारे पर रख धान के पिसाई की तैयारी में जुटे है।
जिले के किसान खेती के लिए कर्ज लेकर बडी हिम्मत से धान फसलों के साथ दलहन, सब्जी फसलों का उत्पादन लेते है। ऐसे में जिले में विगत 8 से 15 दिनों में बीच बीच में तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश का असर धान फसलों को हो रहा है। फिलहाल हल्के व मध्यम प्रजाति के फसलों की कटाई शुरू है। मात्र लौटते मानसून की बरसात के कारण धान फसलों का काफी नुकसान हो रहा है। कटाईयोग्य धान फसल तूफानी हवाओं से गिरकर जमीन पर सो जा रहा है। खेतों में पानी भरा होने से धान गील होने से दुर्गंध उठ रही है। इस तूफानी बारिश से धान फसलों के साथ ही अरहर, सब्जी फसलों का भी नुकसान हुआ है।
आरमोरी तहसील के अनेक किसान हल्के व मध्यम प्रजाति के धान फसलों की कटाई, बांधणी कर रहे है। बारिश के कारण धान फसलों के ढेर तैयार करने के लिए खेत में सूखी जमीन नहीं होने से अनेक किसान सडक किनारे धान के ढेर तैयार कर रहे है। हाथ में आई फसल बारिश के कारण बर्बाद न हो, इसके लिए जल्द ही धान फसलों की पिसाई करने के लिए किसान मशक्कत कर रहे है।
धान्य खरीदी केंद्र शुरू होने की प्रतीक्षा
बारिश के कारण अनेक किसान हल्के व मध्यम प्रजाति के धान फसलों की कटाई कर जल्द ही पिसाई कर रहे है। मात्र सरकार ने संबंधित विभाग की ओर से अबतक धान खरीदी केंद्र शुरू नहीं किए है। जिससे किसानों को अपनी उपज निजी व्यापारियों को कम दाम में बेचना पड रहा है। किसानों को समर्थन मूल्य मिले, इसके लिए संबंधित विभाग धान खरीदी केंद्र तत्काल शुरू करे, तूफानी बारिश से नुकसानग्रस्त किसानों के प्रत्यक्ष खेत पर जाकर नुकसान का सर्वेक्षण करे, नुकसान की रिपोर्ट तत्काल वरीष्ठों की ओर भेजकर तत्काल मुआवजा वितरीत करे, ऐसी मांग किसानों द्वारा की जा रही है।