गड़चिरोली. खर्रा व तमाकूजन्य पदार्थ सेवन करने वाले निरंतर थूकते हैं. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता है. कोरोना को रोकने के लिए तमाकूजन्य पदार्थों की बिक्री न करने का निर्णय वडसा के व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लिया है. उन्होंने कहा कि तमाकूजन्य पदार्थों की बिक्री न करना यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए तमाकू, खर्रा, नस, गुडाखू सिगरेट, बीड़ी जैसे तमाकूजन्य पदार्थों की बिक्री पर राज्य के साथ जिला प्रशासन ने पाबंदी लगाई है. वडसा के व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बैठक में तमाकू न बेचने का निर्णय लिया. बैठक में जेसाभाई मोटवानी, आयलदास टोपनदास, राहुल सतवानी,धीरज परतवानी, प्रकाश उदासी, पंकज धामेजा तथा मुक्तिपथ संचालक डा. मयूर गुप्ता, तहसील संगठक भारती उपाध्याय आदि उपस्थित थे.
आपूर्ति की टूटेगी श्रृंखला
वडसा यह जिले का सबसे बड़ा व्यापारी केंद्र है. अन्य सामानों के साथ तमाकूजन्य पदार्थों की आपूर्ति अन्य तहसीलों में होती है. लेकिन खाद्य पदार्थों के साथ तमाकूजन्य पदार्थ बेचना कानूनन अपराध है. वडसा तहसील से सैकड़ों गांवों व शहरों के दूकानदारों को तमाकूजन्य पदार्थों की बिक्री होती है. मात्र व्यापारीयों के इस निर्णय से यह श्रृंखला टूटेगी तथा आपूर्ति बंद होगी. कोरोना प्रसार रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.