Chikhaldara, Tarubanda, kolkaj closed for tourists, decision in view of increasing crowd

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    गड़चिरोली. जिले में उपलब्ध पर्यटन स्थलों के विकास के लिये सरकार कितना भी प्रयास करें, लेकिन वनविभाग और प्रशासन की उदासिनता के चलते वनवैभव के पर्यटन स्थलों का विकास नहीं हो पा रहा है. वनविभाग की अटकले और प्रशासन की बेध्यानी के कारण जिले के अनेक पर्यटनस्थलों पर सेवा-सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण  पर्यटकों में नाराजगी दिखाई दें रही है.

    कोरची तहसील का टिप्पागड़, भामरागड़ तहसील के बिनागुंडा, सिरोंचा तहसील के सोमनुर, अहेरी तहसील के व्यंकटापुर तथा चामोर्शी तहसील के चपराला अभयारण्य इन दिनों उपेक्षा का शिकार बने हुए है. वहीं दुसरी ओर इन पर्यटनस्थलों का विकास केवल कागजों पर होते दिखाई दे रहा है. जिले के पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही पर्यटनस्थलों के माध्यम से राजस्व प्राप्त करने के लिये प्रशासन पर्यटनस्थलों का विकास करें, ऐसी मांग जिले के नागरिकों द्वारा की जा रही है. 

    कुदरत के देन है जिले के पर्यटनस्थल

    गड़चिरोली यह जिला 78 फिसदी वनों पर व्याप्त है. इसके अलावा इस जिले को कुदरती वरदान मिलने की बात कही जाती है. जिसका उदाहरण पर्यटनस्थलों के माध्यम से दिखाई देता है. भामरागड़ तहसील के बिनागुंडा में कुदरती झरना है. जो बाहर माह निरंतर रूप से बहता रहता है. इस झरने को देखने के लिये जिले समेत बाहर राज्य े पर्यटक यहां पर जाते है. वहीं अहेरी तहसील के व्यंकटापुर में जमीन से पानी के बुलबुले निकलते है.

    इसकी खासियत यह है कि, यहां पर ताली बजाने पर जमीन से पानी के बुलबुले निकलते है. जिसके कारण यह क्षेत्र  नागरिकों के लिये आकर्षण का केंद्रबिंदु बने हुए है. इसके अलावा अन्य पर्यटनस्थल भी अपनी अलग पहचान बनाए हुए है. लेकिन इन पर्यटनस्थलों का विकास करने की प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की बेध्यानी हो रही है. 

    प्रशासन को मिल सकता है राजस्व 

    हालांकि वर्तमान स्थिति में कोरोना का दौर शुरू होने के कारण सरकार ने सभी धार्मिक और पर्यटनस्थलों पर बंदी लगाई है. लेकिन गड़चिरोली यह उद्योग विरहित जिला है. इस जिले के पर्यटनस्थल जिला प्रशासन के लिये राजस्व प्राप्त करने का जरिया बन सकते है. यदि प्रशासन जिले के पर्यटनस्थलों का विकास करेगा तो आनेवाले दिनों में इन पर्यटनस्थलों पर पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा. साथ ही स्थानीय नागरिकों को रोजगार भी उपलब्ध होगा. पर्यटनस्थलों को लेकर गड़चिरोली जिले की पहचान अन्य राज्यों में होगी. और गड़चिरोली जिला अपनी अलग पहचान बना पाएगा. जिससे प्रशासन को जिले के पर्यटनस्थलों का विकास करने की आवश्यकता है.