चामोर्शी तहसील में रोपाईकार्य प्रारंभ

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    चामोर्शी. तहसील में बड़ी मात्रा में खरीफ सीजन में धान फसलों की बुआई की जाती है. जिससे किसान धान परे डालकर परंपरागत पद्धति से धान फसलों की रोपाई कर रहे है. फिलहाल रोपाईकार्य को प्रारंभ हुआ है. जिससे खेतमजदूरों को रोजगार प्राप्त हो रहा है. 

    प्रति वर्ष मृग नक्षत्र में बुआई कर फसलों की अपेक्षित वृद्धि होने के बाद रोपाई करते थे. मात्र विगत कुछ वर्षो से किसान आद्रा नक्षत्र में बुआई कर रहे है. विगत एक सप्ताह से बारिश विलुप्त होने से किसान चिंताओं में थे. ऐसे में बारिश आगमन होने से किसानों के चेहरे खिल उठे. खेतों में पानी जमा होने से किसान कृषिकार्यो में जुटे है.

    फिलहाल रोपाईकार्य प्रारंभ हुआ. तहसील के अधिकांक्ष खेती बारिश के पानी पर निर्भर है. रोपाई खर्च में वृद्धि होने के कारण अनेक किसानों ने आवत्या पद्धती से धान की बुआई की है. इस वर्ष किसानों को धान का बोनस अबतक नहीं मिला है. जिससे किसान वित्तीय संकटों से घिर गए है. सरकार द्वारा फसल कर्ज दिया जाता है, मात्र उसका प्रमाण कम होने से अनेक किसान अपने आभूषण गिरवी रखकर पैसे खेती में निवेश किए है. 

    गुट पद्धति से रोपाई 

    गांव के किसान रोपाई कार्य करने के लिए 10 महिला व 10 पुरूष ऐसा गुट तैयार कर रोपाईकार्य करते है. फिलहाल 1 एकड़ के लिए 4 हजार रूपये ले रहे है. अधिक मजदूरी मिलनें की आंस में मजदूर सुबह 7 बजे से ही खेतों पर पहुंच रहे है. इस कार्य से मजदूर करीब 10 हजार रूपये तक की आय कमां लेते है. ऐसी बात किसानों ने कहीं है. रोपाई का कार्य करीब एक माह तक चलनेवाला है.