कोरची ग्रामीण अस्पताल में जलसंकट – मरीजों के साथ रिश्तेदारों पानी के लिए भटकना पड रहा दर दर

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कोरची: हमेशा अपने अनियमित कारभार से चर्चाओं में रहनेवाले कोरची के ग्रामीण अस्पताल में 2 बोअर होने के बावजूद जलसंकट का सामना करना पड रहा है. पानी के अभाव में यहां के मरीजों समेत उनके रिश्तेदारों को पानी के लिए दर-दर भटकने की नौबत आयी है. 

समुचा देश स्वच्छता पर जोर दे रहा होकर पानी के अभाव में ग्रामीण अस्पताल कोरची में स्वच्छता पर सवाल उपस्थित हो रहे है. यहां के दोनों बोअर उपयोगहिन होने से फिलहाल कर्मचारियों के कॉलनी से 1 एचपी की मोटर कीसहायता से पानी लाया जा रहा है. मात्र पानी कम आने से मरीजों को आवश्यक जलापूर्ति करने में असमर्थ साबित हो रही है. कुछ कालाधवि के पश्चात धुपकाले का प्रारंभ होनेवाला है.

जिससे पानी की जरूरत बढनेवाली है. वहीं कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष ग्रामीण अस्पताल कोरची  में मरीजों की संख्या कम मात्रा में देखने को मिली. मात्र अब मरीजों की संख्या बढती नजर आ रही है, ऐसे में उन्हे जलापूर्ति कहां से होगी? यह सवाल निर्माण हो रहा है. वहीं लाखों रूपये खर्च कर लगाए गए गार्डन को भी पानी कहां से उपलब्ध होगा, यह देखने लायक है. 

मरीजों के सुविधा के लिए लाखों रूपये खर्च कर सोलर वॉटर हीटर लगाया गया, किंतू अगर अस्पताल में ही पानी नहीं, तो फिर गर्म पानी कहां से देंगे ? वहीं पुराने नल कनेक्शन के पाईपलाईन को जंग लगने से पाईपलाईन का की भी जर्जर अवस्था हुई है. कुछ दिन पूर्व नए से बनाएं गए बोअर की संपूर्ण जांच कर दोषीयों पर कडी कार्रवाई करे, ऐसी मांग अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार विरोधी समिती कोरची ने की है.