महिला होमगार्ड 8 माह से रोजगार से वंचित

  • कोविड-19 बंदोबस्त में समाविष्ट करने की मांग
  • सांसद नेते को सौंपा ज्ञापन

Loading

गडचिरोली. कोविड-19 बंदोबस्त के लिए केवल पुरुष होमगार्ड को लगाया गया है. जिससे महिला होमगार्ड विगत 8 माह से रोजगार से वंचित है. महिला होमगार्ड को भी कोविड-19 बंदोबस्त में समाविष्ट करने की मांग महिला होमगार्ड पथक गडचिरेाली, उपपथक आरमोरी, वडसा, चामोर्शी, अहेरी, सिरोंचा के महिला होमगार्ड ने सांसद अशोक नेते को सौंपे गए ज्ञापन से की है. 

धार्मिक, राजनितिक कार्यक्रम, त्यौहार, उत्सव होने पर पुलिस के साथ ही होमगार्ड को भी बंदोबस्त के लिए तैनात किया जाता है. मात्र देश के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाऊन घोषित किया गया है. जिससे सभी कार्यक्रमों पर पाबंदी लगाई गई है. जिले में कोविड-19 बंदोबस्त के लिए केवल पुरूष होमगार्ड को कर्तव्य पर तैनात किया गया है. मात्र महिलाओं को बंदोबस्त पर नहीं लिया गया है. जिससे उनके परिवार पर भुखमरी की नौबत आयी है. विगत 8 माह से एक भी बंदोबस्त नहीं मिलने से महिला होमगार्ड रोजगार से वंचित है. 

आज प्रत्येक क्षेत्र में महिला पुरुषों के खंदे से खंदा मिलाकर बराबरी में कार्य कर रही है. किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पुरूषों से कम नहीं है. कोरोना के कठीण समय में भी स्वास्थ, पुलिस, सफाई कर्मी देश के लिए दिनरात कार्य कर रहे है. पुरुष होमगार्ड की भांती हमें भी देश की सेवा करने का मौका दे, ऐसी मांग महिला होमगार्ड दल की मोनिका उईके, भाग्यश्री बारापात्रे, जीजा बेस्कडे, सुनीता बंडावार, मंगला कांबले, हेमलता लोणारे, गीता रामटेके, अनुसया गेडाम, अंगुरा बोरकर, उर्मिला पोरटे व इतर महिला होमगार्ड ने ज्ञापन से की है.