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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    गड़चिरोली. विभिन्न प्रलंबित मांगों के लिए सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए नगर परिषद, नगरपंचायत कर्मचारियों ने 1 मई से कामबंद आंदोलन की चेतावनी दी है.

    कोरोना महामारी में नगर परिषद कर्मचारी फ्रंट लाईन वर्कर के रूप में पिछले वर्ष से नगरपालिका पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के साथ काम कर रहे है. अब तक राज्यभर के 28 कर्मचारियों की सेवा देते समय मृत्यू हुई है. किंतु सरकार की ओर बार बार मांग करने के बावजूद भी बिमा संरक्षण न मिलने से नगरपालिका व नगरपंचाय के राज्य स्तरीय संगठन ने 1 मई से अत्यावश्यक सेवा समेत काम बंद आंदोलन का निर्णय लिया है. मृत कामगारों को न्याय नहीं मिलता है, तब तक कोरोना के चलते मृत्यू होनेवाले मरीजों का अंतिम संस्कार होने नहीं देंगे ऐसी चेतावनी संगठन ने दी है्.

    नगरपंचायत व नगरपालिका कर्मचारियों को बिमा सुरक्षा कवच दे. अधिकांश कर्मचारियों का दो से तीन माह का वेतन नहीं मिला. जिससे कार्यरत तथा सेवा निवृत्त कर्मचारियों के परिवार पर वेतन के अभाव में भुखमरी की नौबत आन पड़ी है. इस संदर्भ में मुख्यमंत्री, नगरविकास विभाग, संचालनाय को ज्ञापन दिया है.

    तथा 1 अप्रैल को काले फित लगाकर व 15 अप्रैल को एक दिन लेखणी बंद रखकर कर्मचारियों ने समस्या रखने का प्रयास किया. मात्र सरकार ने कर्मचारियों की मांग की ओर अनदेखी की. जिससे आंदोलन अधिक तीव्र कर 1 मई से कामबंद आंदोलन का निर्णय लेने का संगठन के पदाधिकारियों ने कहा.