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  • अध्यक्ष व सचिव के बगैर हस्ताक्षर से राशि निकाली

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गोंदिया. गोरेगांव वनविभाग के नियंत्रण में चल रही संयुक्त वन प्रबंधन समिति कन्हारटोला (पिंडकेपार) के बैंक खाते से सरकारी राशि गायब हो गई है. यह मामला सामने आने से बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा गोरेगांव के प्रशासन पर सवालिया निशान लग गया है. इसकी शिकायत गोरेगांव वनविभाग की ओर से पुलिस थाने और बैंक प्रबंधन से की गई है.

विकास कार्यों पर खर्च होती है निधि
उल्लेखनीय है कि वन विभाग के माध्यम से संयुक्त वन प्रबंधन समिति का गठन किया जाता है. इस समिति का अध्यक्ष समिति के सदस्यों में से एक निर्वाचित होता है. सचिव संबंधित वनपरिक्षेत्र का वनरक्षक रहता है. समिति के खाते में वनविभाग की ओर से विभिन्न विकास कार्यो के लिए लाखों की निधि जमा की जाती है. निधि के माध्यम से विकास कार्य किए जाते हैं.

खाता अध्यक्ष व सचिव के संयुक्त नाम से होता है. दोनों के हस्ताक्षर से ही बैंक से राशि निकाली जाती है किंतु पिंडकेपार ग्रापं अंतर्गत कन्हारटोला की संयुक्त वन प्रबंधन समिति के बैंक खाते से अध्यक्ष व सचिव के बगैर हस्ताक्षर से 1 लाख की राशि गायब हो गई है. किसी न किसी व्यक्ति ने इस राशि को निकालकर सरकार व समिति के साथ धोखाधड़ी की है.

चेक बाउंस होने पर सामने आया मामला
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब समिति के अध्यक्ष सचिव ने वन मजदूरों को मजदूरी देने के लिए चेक दिया, किंतु राशि नहीं होने के कारण चेक वापस आ गया. गोरेगांव वनपरिक्षेत्र राउंड अधिकारी वैशाली भेलावे के अनुसार संयुक्त वन प्रबंधन समिति कन्हारटोला के बैंक खाते से राशि निकालने की बात सामने आई. इस मामले की शिकायत उपवन संरक्षक वनविभाग गोंदिया, पुलिस स्टेशन गोरेगांव व बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा गोरेगांव से की गई है.