गोंदिया. पशु संवर्धन विभाग की के अनुसार जिले में अब तक 18 हजार पशुधन लम्पी नामक बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. इसे रोकने पशु संवर्धन विभाग गांव-गांव में जाकर संक्रमित पाए जा रहे पशुधनों का उपचार कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि लम्पी स्कीन डिसीज वर्ष 2019 में आई और इसका टीका अब तक उपलब्ध नहीं हो पाया है. इस बीमारी की चपेट में आने वाले पशुओं के शरीर पर छोटे-छोटे फोड़े दिखाई देते है. जिससे उनकी चारा खाने की क्षमता कम हो जाती है. जिससे मवेशी कमजोर हो जाता है.
मवेशियों पर इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर बुखार व फोड़े कम होने की दवा दी जाती है. जिले में अब तक 18 हजार से अधिक पशुधन इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं.
जिला पशु संवर्धन विभाग के अनुसार गोंदिया तहसील में 1051, आमगांव तहसील में 1894, सालेकसा तहसील में 7845, देवरी तहसील में 1013, अर्जुनी मोरगांव तहसील में 995, सड़क अर्जुनी तहसील में 1578, गोरेगांव तहसील में 3127, तिरोड़ा तहसील में 344 पशु इस बीमारी से संक्रमित पाए गए है.