Electricity

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    आमगांव. इन दिनों तहसील के ग्रामों में बिजली की आंख मिचौली से आम नागरिकों के लिए समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. एक ओर तो उनके कीमती विद्युत उपकरण खराब हो रहे हैं वहीं उनके जीवन शैली पर भी इस कटौती का खासा असर पड़ रहा है. गर्मी में बार बार बिजली बंद हो जाना आम बात है .

    बिजली के लगातार बढ़ते बिल और उसके बाद कटौती के कारण हो रहा नुकसान जनता के लिए खासा सिरदर्द साबित हुआ है. इधर सुविधा के नाम पर विद्युत विभाग किसी भी प्रकार कि कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. एक ओर सारे काम आनलाइन होते जा रहे हैं और दूसरी ओर बिजली विभाग द्वारा किसी भी प्रकार से अपनी सेवाओं को अपग्रेड नहीं करना चिंता का विषय है. थोड़ी सी हवा के चलते ही लाइट गुल हो जाती है जिससे पूरा कामकाज ठप पड़ जाता है.

    लाइट आते ही किसी तरह से काम को फिर से गति प्रदान की जाती है कि अचानक फिर से लाइट गुल हो जाती है. बार-बार बिजली का गुल होना समझ से परे है.  मेंटेनेंस के लिए घंटों लाइट को बंद करना तथा पेड़ों की डगालों को काटने का थोड़ा बहुत दिखाई देने वाला काम करके विद्युत विभाग क्या जताना चाहता है ?  रात में बिजली गुल हो जाने से मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है और लोग उनके शिकार होकर बीमार हो जाते हैं. रात को बिजली गुल हो जाने से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित होती है जो कि अगले दिन तक अपना प्रभाव दिखाती है. 

    बादलों की गरज से ही गुल हो जाती है बिजली

    महावितरण कंपनी के अधिकारियों की मानें तो कर्मचारी रात दिन फाल्ट सुधारने में लगे रहते हैं. इसके बावजूद बिजली की आंख मिचौली खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. बादलों की गरज या जरा सी बूंदाबांदी होने पर बिजली गोल होना आम बात हो गई है. लेकिन कई बार तो न आंधी, न तूफान, जाने क्या गणित है. साफ मौसम में भी  बिजली कट हो जाती है. चंद सेकंड के लिए बार-बार बिजली जाने आने से लोगों के उपकरण भी खराब हो रहे हैं. 

    कब बिजली आयेगी व कब कटेगी कोई समय सारणी नही  

    रात हो या दिन किसी भी वक्त बिजली गुल हो जाती है, एक दिन में अनेक बार बिजली गुल होना आम बात हो गई है. बिजली की इस आंख मिचौली के कारण छोटे-छोटे बच्चों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. परिसर में कब बिजली आएगी और कब कटेगी, इसकी कोई समय-सारणी ही नहीं है. बिजली की आंख मिचोली ने लोगों का जीना हराम कर दिया है. बावजूद इसके बिजली विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. यह स्थिति परिसर के गांवों में लगातार बनी हुई है. 

    बाधित हो रहा काम 

    कोरोना की वजह से अब भी कई लोग जिनका काम वर्क फ्रॉम होम मोड ही चल रहा है, ऐसे  लोगों को काफी समस्याएं हो रही है. वहीं ऑनलाइन क्लासेज में भी रुकावट आ रही है. किसान के इन दिनों किए जाने वाले ऑनलाइन काम, लाइट नहीं रहने से घर के अनेक काम जैसे मोटर से पानी चढ़ाने से लेकर मोबाइल चार्ज करने तक के सभी काम प्रभावित हो रहे है.