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  • 82,000 विद्यार्थी कोरोना के साये में लेंगे शिक्षा

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गोंदिया. राज्य शासन के आदेशानुसार जिले की कक्षा 9वीं से 12वीं तक 389 शालाएं सोमवार 23 नवंबर से शुरु होगी. इसके लिए शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन की तैयारी शुरू होने की जानकारी शिक्षाधिकारी कछवे ने दी है. वहीं शाला शुरू करने संदर्भ में जिलाधीश दीपककुमार मीना ने आदेश जारी कर आवश्यक सूचनाए दी है. जिला दुर्गम, आदिवासी व नक्सलग्रस्त क्षेत्र है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जिले की शाला शुरू करना किसी चुनौती से कम नहीं होगा.

विगत 8 माह से शाला बंद होने से विद्यार्थियों में काफी उत्सुकता है.फिर भी पाल्यों को शाला में भेजने के लिए पालकों की सहमति आवश्यक है, लेकिन अनेक पालक पाल्यों के स्वास्थ्य की सुरक्षा की दृष्टि से आशंकित है. जिले में कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक जिप, निजी, नप की 389 शालाएं है. इसमें लगभग 82 हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. वहीं 3,200 शिक्षक अध्यापन के कार्य करते है.

शाला, छात्रालय, आश्रमशाला शुरू करने शासन ने अनुमति दी है. शाला शुरू करने के पूर्व व शाला शुरू होने के बाद स्वास्थ्य, स्वच्छता व अन्य उपाय योजना के संबंध में गाइड लाइन जारी की गई है. जिले में कोरोना प्रभावितों की संख्या में वृध्दि होने से शाला शुरू करते समय खबरदारी लेना आवश्यक है.

इस परिस्थिति को ध्यान में रखकर शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की शाला में उपस्थिति के पूर्व आरटीपीसीआर कोरोना जांच कराने के आदेश जिलाधीश ने दिए है. जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, उपजिला अस्पताल, नप के अस्पताल आदि स्थानों पर कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.

युध्दस्तर पर तैयारी शुरू : कछवे

जिले में गत 18 नवंबर से ही शिक्षकों की आरटीपीसीआर जांच की शुरूआत कर दी गई है. यह कार्य 22 नवंबर तक चलेगा. कुछ स्थानों पर टेस्ट की सुविधा उपलब्ध नही होने से जांच का काम दो से तीन दिन तक प्रभावित हो सकता है. सभी शालाओं में विद्यार्थी, शिक्षकों के स्वास्थ्य की दृष्टि से हैंडवाश स्टेशन लगाए गए है. सुरक्षा की दृष्टि से शिक्षा विभाग की युध्दस्तर पर तैयारी शुरू है. यह जानकारी माध्यमिक शिक्षाधिकारी प्रफुल कछवे ने दी.