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गोंदिया. कोराना वायरस का संक्रमण शुरू होने के बाद इस कोरोना से जंग लड़ने के लिए 14 वें वित्त आयोग की रकम पर मिलने वाले ब्याज की निधि शासन ने वापस मंगाई है. इसमें कौनसी ग्रापं को कितना ब्याज मिला है, इसकी जानकारी मांगने पर जिले की 545 ग्रापं में से 468 ग्रापं की ब्याज की राशि 4 करोड़ 2 लाख 21 हजार 405 रुपये दिए है.

वहीं 77 ग्रापं को 14 वें वित्त आयोग की निधि पर कोई ब्याज नहीं मिलने की जानकारी मिली है. कोरोना संकट की घड़ी में शासन को पैसे की बहुत आवश्यकता है. जिससे शासन ने नए कार्यों पर प्रतिबंध लगाया है. शासकीय खर्च में भी कटौती की है. इसमें ग्राम विकास के काम करने दी गई है. 14 वें वित्त आयोग की निधि पर मिलने वाले ब्याज को वापस मंगाया गया है.

77 ग्रापं को नहीं मिला ब्याज
जिले को मिली 14 वें वित्त आयोग की राशि पर 5 करोड़  67 लाख 31 हजार 99 8 रुपये ब्याज मिलने की जानकारी है. हर एक ग्रापं को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने शासन से 14 वें वित्त आयोग की निधि मिलती है. इस निधि को खर्च करते समय मानव विकास के कार्यों का नियोजन किया जाता है.

इस निधि को केंद्रीय आयोग के निर्देशानुसार निधि खर्च की जाती है. इसमें हमारा गांव, हमारा विकास, पीने का पानी, स्वच्छता, ग्रापं भवन, आंगनवाड़ी, निर्माण कार्य, विद्युत व सौर दीपक की सुविधा, देखभाल व दुरुस्ती के काम करने यह निधि दी जाती है. निधि की राशि बैंक में जमा रहती है. जिस पर ग्रापं को ब्याज मिलती है. जिले में प्राप्त हुई 14 वें वित्त आयोग की  निधि पर ब्याज की राशि शासन को भेजी जाएगी. जबकि गोंदिया तहसील की 21 ग्रापं, तिरोड़ा 9, आमगांव 2, सालेकसा 6, गोरेगांव 27, सड़क अर्जुनी 12 के 77 ग्रापं को कोई ब्याज नहीं मिला है.