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    गोंदिया. जिले में कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है. जिससे रबी मौसम की धान फसल संकट में आ गई है. इसी में शनिवार को शाम तूफान के साथ हुई बेमौसम बारिश से 6 हजार हेक्टेयर में कटाई कर रखे गए धान फसल का भारी नुकसान हो गया है. वहीं मौसम विभाग ने पुन: तीन दिन बेमौसम बारिश और ओले गिरने का अनुमान व्यक्त किया है. जिससे किसानों पर बेमौसम बारिश का संकट कायम है. पिछले वर्ष समाधानकारक बारिश होने से जलाशयों में पर्याप्त पानी संग्रह था. इसी तरह रबी फसलों के लिए अनुकूल वातावरण था. जिससे इस बार रबी मौसम में 66 हजार हेक्टर क्षेत्र में धान की बुआई की गई.

    उल्लेखनीय है कि पिछले 3-4 वर्षों में यह सबसे बड़ा आंकड़ा है. इस बार रबी धान की वृद्धि के लिए अनुकूल वातावरण मिलने से धान की ग्रोथ भी अच्छी हुई थी. खरीफ मौसम के धान की अपेक्षा रबी धान की स्थिति अच्छी थी. जिससे इस बार रबी के बंपर उत्पादन होने की अपेक्षा थी. इसी में अनेक किसानों ने धान की कटाई शुरू कर दी. 6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान कटाई कर बंधियों में पड़ा है. इस धान को शनिवार के दोपहर हुई बारिश से असर पड़ा है. धान के कड़पा भीग जाने से धान पाखड़ होने की चिंता है. 

    फिलहाल धान की कटाई न करें

    जिले में रबी मौसम की धान कटाई जोरों से शुरू है, लेकिन बेमौसम बारिश का संकट कायम है. जिससे कुछ दिन धान कटाई नहीं करने की सलाह कृषि विभाग ने किसानों को दी है. मौसम विभाग ने तीन-चार दिन बारिश होने का संकेत दिया है. जिससे धान की कटाई कर तथा कटाई किया धान सुरक्षित रखने की व्यवस्था किसान करें. ऐसी सूचना जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी गणेश घोरपड़े ने दी है. 

    नुकसान के पंचनामे किए शुरू

    बेमौसम बारिश जिले में हो रही है. शनिवार को जिले में बेमौसम बारिश हुई. जिससे रबी फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. कृषि विभाग ने बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के सर्वेक्षण शुरू किया है.