Drians
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तिरोड़ा. शहर में रानी अवंतीबाई चौक से रेलवे स्टेशन जाने वाला मार्ग सीमेंट का बना है जो रास्ते के दोनों ओर के मकानों से लगभग 2 से 3 फुट ऊंचा है. मार्ग बनने से पूर्व दोनों ओर के मकानों का पानी मार्ग से बह जाता था, किंतु सीमेंट मार्ग ऊंचा होने से अब इन मकानों का पानी रास्ते से बहने की जगह उन्हीं के मकानों में घूसेगा. ऐसे में ऊंचाई वाले रास्ते पर जमा पानी निकासी की व्यवस्था के लिए नाली का निर्माण कार्य शीघ्र होना चाहिए. कोरोना की वजह से निर्माण कार्य में शिथिलता आई है.

घरों में पानी घुसने का भय
तब इस क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बारिश का पानी निकासी के लिए कच्ची नाली खोदकर जगह के ढलान को देखते हुए बारिश पूर्व ढलान की ओर इस कार्य को पूरा किया जाए. अन्यथा बारिश का पानी घरों में जाएगा. इसी रास्ते के दूसरी ओर धामेचा श्रृंगार से चांदसी अस्पताल तक सीमेंट मार्ग के प्रावधान के साथ पानी निकासी के लिए नाली की व्यवस्था नहीं की गई थी और फरवरी माह में हुई बेमौसम बारिश का पानी अमृतलाल असाटी के मकान में चला गया. जिसका निरीक्षण व सहायता के लिए पार्षद अशोक असाटी, राजेश गुणेरिया, रश्मी बुराडे वहां पहुंचे. 

नप से ठोस कदम उठाने की मांग
उन्होंने व्यवस्था पर आरोप लगाते हुए कहा कि रास्ते के साथ नाली बनाने का प्रावधान स्टीमेट में नहीं था. यह सुनकर लोग आश्चर्य रह गए. अब लोगों के मकानों का पानी कहां जाएगा. पश्चात मुख्याधिकारी व नगराध्यक्ष को घटना की जानकारी दी गई. जिस पर दोनों ने नाली बनाने पर सहमति दर्शाई. कोरोना के चलते वर्तमान में इन निर्माण कार्यो की गति धीमी हो गई है. रास्ते के बाजू वाले मकान मालिकों का कहना है कि बारिश के पूर्व कच्ची नाली बना दी जाए. जिससे रास्ते से बहने वाला पानी भी इन कच्ची नालियों से बाहर निकल जाएगा. नप प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई करने की मांग नागरिकों की ओर से की जा रही है.