बगैर बरसे ही लौट रहे बादल, धान फसल के लिए पर्याप्त वर्षा जरूरी

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    गोंदिया. आसमान में काले बादल छाते ही हर व्यक्ति व किसानों को लगता है कि अब मूसलाधार बारिश होगी लेकिन ऐसा नहीं होता. 26 जून की सुबह से ही काले बादल छाए हुए थे. वहीं शाम को और भी काले बादल छा गए थे. जिससे ऐसा लग रहा था कि अब बारिश शुरू हो जाएगी लेकिन बिना बरसे ही बादल लौट गए. ऐसा नजारा अनेक बार देखने मिल रहा है.

    मानसून के आगमन पर अच्छी बारिश हुई. कुछ दिन तक अच्छी बारिश होने से जिले में खरीफ की बुआई ने रफ्तार पकड़ी. लेकिन कुछ दिनों से जिले में बारिश ने मुंह फेर लिया है. अब फिर से लोग बारिश होने की राह देख रहे है. 24 जून की शाम को भी जोरदार बारिश हुई जिससे लोगों ने ठंडक महसूस की लेकिन बारिश के गायब हो जाने से लोग फिर से गर्मी व उमस से परेशान हो रहे हैं. हर दिन आसमान पर बादल छा रहे हैं लेकिन वे बिना बरसे ही लौट रहे हैं. कहीं कहीं पर हल्की बारिश को छोड़ दे तो अधिकांश हिस्सा सूखा दिखाई दे रहा है.

    बारिश के दिनों में रजेगांव स्थित बाघ नदी में पानी का बहाव कम ही देखने मिल रहा है. बारिश नहीं होने के कारण पानी का स्तर नहीं बढ़ा  है. सही प्रमाण में बारिश नहीं होने से किसान परेशान है व  कही दोबारा बुआई का संकट न आए उसे लेकर चिंताग्रस्त है. जिले के अधिकांश किसान किसी ना किसी समस्या से घिरे ही रहते है जिसमें वे कभी प्राकृतिक आपदा से तो कभी पानी की समस्या से जूझते रहते हैं.