Rain in Gadchiroli, Crop Damage
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  • बारिश ने खड़ी फसलों को किया बर्बाद

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गोंदिया. जिले के धान उत्पादक किसानों पर बड़ा संकट आ गया है. इस प्राकृतिक आपदा से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. जिससे नुकसानग्रस्त किसानों की खेती में पंचनामे कर हुए नुकसान का तत्काल मुआवजा दे ऐसी मांग किसानों ने की है. विशेष बात यह है कि वापस लौटती बारिश से जिले की धान फसल का बड़ा नुकसान हो गया है.

खरीफ मौसम की शुरुआत में बारिश दगा दे गई थी. जिससे किसानों में चिंता का वातावरण निर्माण हो गया था, लेकिन बीच में समाधानकारक बारिश होने से किसान वर्ग चिंता से मुक्त हो गया. इस बीच मावा, तुड़तुड़ा जैसे रोगों का प्रमाण भी देखा गया. जिससे किसानों को समय पर भागदौड़ करनी पड़ी. इस खरीफ मौसम का अंतिम चरण शुरू है, लेकिन धान कटाई की तैयारी के बीच में वापस लौटती बारिश ने हाजिरी लगाई है. जिससे किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. इसमें अनेक किसानों के 50 प्रश धान की फसल खेतों में सो गई है. उससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ गया है.

एक ओर कृषिउपज को भाव नही, रासायनिक कंपनियों के माध्यम से किसानों के साथ खाद व कीटनाशक की खरीदी बिक्री में धोखाधड़ी होती है. राज्य शासन के कृषि विभाग से आवश्यक समय पर किसानों को लगने वाली मदद नहीं मिलती है. इस वर्ष तुड़तुड़ा व मच्छर रोगों से किसान वैसे ही संकट में फंस गया है, क्योंकि चार से पांच बार सतत कीटनाशक दवाइयों के छिड़काव के बावजूद तुड़तुड़ा रोग समाप्त नहीं हुआ है. वहीं बेमौसम बारिश ने रही सही कसर पूरी कर दी है.