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  • स्वास्थ्य विभाग करे व्यवस्था

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गोंदिया. केटीएस जिला सामान्य अस्पताल व बीजीडब्ल्यू शासकीय महिला अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों पर उपचार किया जाता है लेकिन कोरोना से निर्मित हुई स्थिति के कारण आधे से अधिक वैद्यकीय कर्मचारी महामारी से निपटने में व्यस्त हैं. ऐसे में अन्य मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है. इन दोनों अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी मरीजों को सेवा देने में असमर्थ साबित हो रहे हैं.

पैसे वसूली की शिकायतें
गरीब व सामान्य नागरिकों को उपचार के लिए निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है. जहां मनमानी पैसे वसूली की शिकायतें मिल रही हैं.  गोंदिया तहसील में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुसज्ज इमारतों के साथ होने के बावजूद गरीबों को पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेस के सचिव अमर वराड़े ने जिलाधीश डा. कादंबरी बलकवड़े, मेडिकल कालेज के डीन डा. विनायक रुखमोड़े व जिला शल्य चिकित्सक डा. भूषण रामटेके को ज्ञापन सौंपकर विस्तृत चर्चा की है. 

उपलब्ध हो अपडेट सुविधा
तहसील कांग्रेस के अध्यक्ष सुर्यप्रकाश भगत, शहर कांग्रेस के महासचिव अरुण गजभिये, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष आलोक मोहंती, एनएसयुआई जिलाध्यक्ष हरीश तुलस्कर, ओबीसी विभाग के तहसील अध्यक्ष सुशील खरकाटे, एनएसयुआई के गोंदिया क्षेत्र अध्यक्ष बाबा बागडे, दलेश नागदवने आदि उपस्थित थे.  वराडे ने रजेगांव ग्रामीण अस्पताल सहित सभी केंद्रों में गरीब नागरिकों के लिए अपडेट वैद्यकीय सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है.  रजेगांव ग्रामीण अस्पताल व खमारी, मोरवाही, रावणवाड़ी, काटी, दासगांव, दवनीवाड़ा, एकोड़ी, भानपुर सहित शहर के कुंभारेनगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. इन स्थानों पर मरीजों की भीड़ नहीं रहती है, क्योंकि इन स्थानों पर 24 घंटे विशेषज्ञ डाक्टर व कर्मचारी उपलब्ध नहीं रहते हैं.