Video: No trace of corona in this village of Coimbatore

  • बिरसी फाटा का आकडा सात पर पहुंचा

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बिरसी फाटा (तिरोड़ा). तहसील में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने का सिलसिला बढने के साथ ही अब कुछ मरीजों की मृत्यु का आकडा भी बढता ही जा रहा है. तहसील में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बरपा रहा है. प्रतिदिन बडी संख्या में मरीज बढते ही जा रहे है. विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र में संख्या अधिक दिखायी दे रही है. जिसे रोकने के लिये जिला प्रशासन व स्वास्थ्य प्रशासन कडी मेहनत कर रहा है. लेकीन उसे सफलता नही मिल रही है. बिरसी फाटा व समीप के ग्राम लाखेगांव में कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए. बिरसी फाटा में ७, लाखेगांव में १ व खोडगांव में १ मरीज होने से उक्त ग्राम को कंटेंटमेंट जोन भी घोषित किया गया.

लाखेगांव ग्राम का मरीज स्वस्थ होकर अब घर आ चुका है. बिरसी फाटा के कृषी केंद्र के संचालक पिता पुत्र की मृत्यु होने से परिसर के ग्राम में भय का वातावरण देखा जा रहा है. बावजुद आज भी कई लोग बिना वजह रास्ते पर बिना मास्क के नजर आ रहे है. ऐतिहात के तौर पर बिरसी फाटा की ग्राम पंचायत ने दो दिन के लिए व्यापारी प्रतिष्ठान बंद करने का निर्णय लिया. जिसे छोटे बडे सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रख समर्थन किया. बिरसी फाटा के कृषी केंद्र के संचालक की हुई मृत्यु पर अब सवाल किए जा रहे है.

पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुत्र को सरांडी के कोविड केअर सेंटर में रखा गया था. उसे सांस लेने में तकलीफ होने से नागपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया था तथा परिवार के बाकी सदस्यों को आय टी आय तिरोडा के कोविड केअर सेंटर पर उपचार के लिए रखा गया था. पिता पहले से ही शुगर व बीपी से ग्रसीत थे. बताया जा रहा है उनके बार बार कहने पर भी उनका उपचार नही किया जा रहा था, ना ही उन्हें हॉस्पिटल भेजा गया, जिसकी वजह उनकी तबियत बिगडती गई.

हालत बेकाबू होते देख उन्हें गोंदिया शासकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई. वहीं मेडिकल कॉलेज में उपचार ले रहे पुत्र की दुसरे दिन सुबह मृत्यु हो गई. पिता के बार बार कहने पर भी उन्हें आय टी आय कोविड केअर सेंटर से हास्पिटल क्यूं नही ले जाया गया ? कोविड केअर सेंटर पर यदि उपचार किया गया तो किस बिमारी पर उपचार किया गया ? मरीज की बिगडती हालत की जानकारी परिजनों को क्यूं नही दि गई. ऐसे अनेक सवाल परिजनों के साथ ही नागरिकों द्वारा किए जा रहे है. उनकी मृत्यु का जिममेदार कौन ? ऐसे सवाल अब जनता द्वारा किए जा रहे है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया जा रहा है.