Mukutban Market, No Social Distancing (2)
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    देवरी. देवरी व आस-पास के इलाकों में में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना की चेन तोड़ने के लिए शहर के व्यापारियों द्वारा 3 दिन के स्वयंस्फूर्त जनता कर्फ़्यू के बाद मंगलवार को देवरी के बाजारों में नागरिकों कि भारी भीड़ उमड़ पड़ी.

    उल्लेखनीय है कि शहर में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा 14 अप्रैल को शहर में 3 दिन के जनता कर्फ्यू का आव्हान किया था जिसमें किराना, फल, सब्जी जैसी जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों को भी 3 दिन के लिए बंद कर कोरोना की चेन तोड़ा जा सके, लेकिन मंगलवार को सड़कों पर नागरिकों की उमड़ी भीड़ देखते हुए जनता कर्फ्यू कि प्रासंगिकता पर ही प्रश्नवाचक चिन्ह नज़र आ रहा है. बाजार में बढ़ती भीड़ के चलते दोपहर में पुलिस प्रशासन भी सक्रिय नज़र आया.

    भीड अपेक्षित थी : अग्रवाल

    मंगलवार को बाजार में भारी भीड़ पर राना एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने कहा अचानक जनता कर्फ्यू का निर्णय लेने से नागरिकों को फल, सब्जी, अनाज आदि जीवनावश्यक वस्तुओं को एकत्र करने का समय नहीं मिलने की वज़ह से मंगलवार को बाजार में भीड़ पहले से ही अपेक्षित थी.

    जनता को पर्याप्त समय देना था : भाटिया

    शिवसेना शहर अध्यक्ष राजा भाटिया ने बाजार में उमड़ी भीड़ पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि परिसर के कई गांवों की जनता रोजमर्रा की जरूरतों के लिए देवरी में निर्भर है अतः आनन-फानन में जनता कर्फ्यू लगाने की बजाय जनता को १-२ दिन कि मोहलत और जनता कर्फ्यू का सार्वजनिक प्रचार करना चाहिए था.

    बीते तीन दिनों से जीवनावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बंद होने से गरीबों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और इसलिए मंगलवार को सब्जी अनाज जैसे जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों में भीड़ बढ़ गई.