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  • जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

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गोरेगांव. नागपुर विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूर्ण की गई. इसके लिए तहसील कार्यालय में 2 मतदान केंद्र बनाए गए थे. दोपहर 2 बजे के आसपास मतदान केंद्र क्र. 164 (अ) में किसी दूसरे के नाम पर मतदान करने की जानकारी मिली. इस पर केंद्राधिकारी विश्वकर्मा ने भी किसी दूसरे व्यक्ति ने उक्त मतदाता के नाम पर मतदान करने की बात स्वीकार की. जिससे फर्जी मतदान होने का खुलासा हो गया.

इस तहसील के मतदाताओं के लिए तहसील कार्यालय में 164 (अ) व 164 इस तरह दो मतदान केंद्रों का निर्माण किया गया था. जहां दोपहर 1.30 बजे के आसपास 164 मतदान केंद्र पर सूची क्र. 1,439 वाले मतदाता दसाराम मेश्राम मतदान करने के लिए केंद्र पहुंचे थे. इस समय मतदान प्रक्रिया की सेवा में उपस्थित अधिकारी व कर्मचारियों ने मेश्राम को बताया कि उनका मतदान हो गया है.

इस पर मेश्राम ने बताया कि उनके हाथ पर स्याही नही है़ इस दौरान किसी दूसरे व्यक्ति ने उनके नाम पर मतदान करने की बात सामने आई. यह संपूर्ण मामला केंद्राध्यक्ष विश्वकर्मा की जानकारी में दिया गया. इसमें फर्जी मतदान होने की बात स्पष्ट हो गई. इसके बाद मतदान के अधिकार अधिनियम अंतर्गत मतदाता मेश्राम को मतदान करने की सुविधा प्रदान की गई.