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  • पोर्टल में तकनीकी समस्या

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तिरोड़ा. ग्राम धादरी व उमरी के गट ग्रापं में 90 प्रश किसान है. उमरी व धादरी ग्राम के किसानों का सात बारा अलग-अलग होने से इन दोनों ग्रामों का राजस्व मंडल मुंडीकोटा है. उमरी ग्राम का महाभूमि अभिलेख पोर्टल के ऑनलाइन में सात-बारा को अलग दिखाता है जिससे इस ग्राम के किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ लिया. वहीं दूसरी ओर गट ग्रापं में शामिल धादरी ग्राम को पोर्टल में ऑनलाइन पर सात-बारा को दर्शाया नहीं जा रहा है जिससे इस ग्राम के किसान फसल बीमा नहीं ले पा रहे हैं.

शिकायतों की अनदेखी
महाभूमि अभिलेख पोर्टल के ऑनलाइन में सात बारा का तकनीकी दोष फसल बीमा के लिए समस्या बन गया है. यह जानकारी तहसीलदार व कृषि विभाग में देने पर भी समस्या जस के तस बनी हुई है. सरकारी यंत्रणा द्वारा सभा व जन जागृति के माध्यम से सभी किसानों को सलाह दी जाती है. लेकिन तकनीकी समस्याएं किसानों को भ्रमित कर रही है.

कभी सर्वर समस्या तो कभी कभी पोर्टल पर सात-बारा का वेरिफाय नहीं होना आदि समस्याएं निरंतर बनी रहती है. किसानों के लिए अब ये ऑनलाइन प्रणाली परेशानी का सबब बन गई है. दि भंडारा अर्बन को ऑप. बैंक शाखा तिरोड़ा का खाता क्रमांक देने पर शाखा तिरोड़ा का नाम पोर्टल में नहीं आता और उसकी भंडारा आता है. जबकि किसी भी बैंक का खाता ऑनलाइन स्कीम में शामिल होना चाहिए. 

7/12 पर 4 भाइयों के नाम होने पर भी समस्या
हस्तलिखित सात बारा में पहले बड़े भाई व उसके बाद छोटे भाइयों के नाम रहते हैं, लेकिन ऑनलाइन प्रणाली में अल्फाबेटीकल नाम आने से छोटे भाई का नाम उपर आया व बड़े भाई का नाम नीचे आया. इसी हिसाब से बंटवारे भी हो गए. अब छोटे भाई का नाम उपर है और बड़ा भाई फसल बीमा बनाने गया तब इनके नाम का बीमा करने के लिए सभी दस्तावेज जमा करने पर भी पोर्टल पर वेरिफाय नहीं हो रहा है. यह सभी मिलाकर फसल बीमा किसानों के लिए असुविधाजनक है और इससे वंचित रहना पड़ रहा है.