किसानों ने रबी फसल का नहीं कराया बीमा

  • खरीफ मौसम में नहीं मिला पर्याप्त मुआवजा

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गोंदिया. गत खरीफ मौसम में किसानों का अतिवृष्टि व वापस लौटती बारिश से करोड़ों रु. का नुकसान हो गया है लेकिन फसल बीमा कंपनी ने 3 अलग अलग मानक लगाकर 56 हजार 640 किसानों में से 4100 किसानों को 61 लाख रु. की मदद दी. जिससे रबी मौसम में केवल 33 किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा कराया है. नुकसान मुआवजा नहीं मिलने से जिले के किसानों ने फसल बीमा कराना मुनासिब नही समझा है.

पिछले खरीफ मौसम में 1 लाख 90 हजार हेक्टर क्षेत्र में धान की बुआई की गई थी. उसी में अगस्त माह में आई बाढ़ व उसके बाद वापस लौटती बारिश से फसल बीमा धारक किसानों का करोड़ों रु. का नुकसान हो गया है. जिसकी शिकायत भी इन किसानों ने बीमा कंपनी से की है  लेकिन बीमा कंपनी ने केवल 4100 किसानों को पात्र ठहराया है. इसमें नुकसानग्रस्त किसानों को 61 लाख रु. का मुआवजा दिया गया. जबकि किसानों ने बीमा किस्त के रुप में 2 करोड़ 2 लाख रु. भरे है. उसकी तुलना में मिली मुआवजे की रकम बहुत कम है. 

किसानों की प्रतिक्रिया

इस संबंध में किसान विश्वनाथ हुकरे ने बताया कि गत वर्ष खरीफ मौसम में उन्होंने 3 एकड़ का फसल बीमा निकाला था.  लौटती बारिश व कीड रोगों से उसका बड़े पैमाने पर नुकसान हो गया. इसकी शिकायत बीमा कंपनी में की गई. जिसमें बीमा कंपनी ने मुआवजा के लिए 3 अलग अलग मानक लागू कर गिनती की मदद मंजूर की है. यह स्थिति अनेक किसानों की है. 

खरीफ नुकसान के अनुदान

खरीफ मौसम में जिले के 56 हजार 640 किसानों ने 28 हजार 600 हेक्टर क्षेत्र का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत बीमा निकाला था. इसके लिए बीमा कंपनी को 2 करोड़ 2 लाख रु. की किस्त भरी गई. जबकि बीमा कंपनी ने किसानों का भारी नुकसान होने के बावजूद भी उन्हें मुआवजा नहीं दिया. इसमें केवल 61 लाख रु. की मदद दी गई है. जिससे इस बार रबी मौसम में किसानों ने बीमा कंपनी को उसकी जगह दिखा दी है.