60,000 farmers get funds

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गोंदिया (का). सरकार द्वारा जीवनावश्यक व अत्यावश्यक सामग्री के परिवहन व उत्पात पर रोक नहीं लगाई गई हो, लेकिन फिर भी इसका विपरित असर दिखाई दे रहा है. लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से कृषि क्षेत्र से संबंधित कंपनियों में काम करने वाले मजदूर गावों की ओर वापस लौटे है. ऐसी स्थिति में खरीफ सत्र में लगने वाली कृषि सामग्री की पैकिंग व परिवहन निश्चित रूप से प्रभावित होने की संभावना व्यक्त जा रही है.

जिले में इस वर्ष खरीफ सत्र में कुल 1 लाख 89 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसल की बुआई की जाएगी. इसके लिए कृषि विभाग द्वारा 68 हजार 988 क्विंटल बीजाई व 83 हजार 57 मेट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग की गई है. बताया जा रहा है कि आवश्यक सामग्री उपलब्ध तो है, लेकिन कई जगह मजदूर, हमाल समय पर उपलब्ध नहीं हो रहे है. कोरोना की दहशत से गांवों की ओर अनेक मजदूर लौट जाने से शहरों में मजदूरों की कमी निर्मित होना स्वाभाविक है. अब कुछ ही दिनों में बारिश के मौसम की शुरुआत होगी. मृग नक्षत्र के आगमन पर धान की बुआई व अन्य कृषि कार्य तेजी से बढे़ंगे.