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    गोंदिया. पश्चिम महाराष्ट्र व कोकण विभाग में महा भयंकर बाढ़ आ गई है. लेकिन विदर्भ अब भी सूखा है. गोंदिया जिले में केवल 45 प्रश. बुआई हुई है. किसानों को बुआई के लिए दमदार बारिश की प्रतीक्षा है. जलाशय और तालाब अब भी भरे नहीं है. रोपाई योग्य बारिश नहीं होने से जिले के किसान चिंताग्रस्त दिखाई दे रहे है.

    जिले में बड़े पैमाने पर धान फसल का उत्पादन लिया जाता है. धान को अधिक प्रमाण में पानी की जरूरत पड़ती है. जबकि दमदार बारिश नहीं हो रही है. आसमान में काले बादल छाने के बाद निकल जाते है. वहीं किसान आसमान को निहारते रह जाते है. जुलाई महीना  पुर्णत: बारिश का होता है. धान फसल का भविष्य बारिश पर ही निर्भर है. बारिश के दिनों में पिछले तीन चार दिनों से रिमझिम बारिश हो रही है. जून व जुलाई माह में मिनीमम अपेक्षित बारिश नहीं हुई है. 

    जिले में 18.8 मिमी बारिश

    जिले की सभी 8 तहसीलों में 28 जुलाई को 18.8 मिमी.बारिश दर्ज की गई है. इसमें गोंदिया तहसील अंतर्गत 26.1 मिमी, आमगांव 16.9 मिमी, तिरोड़ा 19.9 मिमी, गोरेगांव 24.2 मिमी, सालेकसा 23.6 मिमी., सड़क अर्जुनी 15.7 मिमी., देवरी 17.3 मिमी व अर्जुनी मोरगांव तहसील में 6.3 मिमी. बारिश का समावेश है. उल्लेखनीय है कि 1 जून से 28 जुलाई तक 567.5 मिमी. बारिश अपेक्षित है. जबकि उक्त अवधि में 503.6 मिमी. बारिश हुई है. जिसका औसत प्रश. 88.7 मिमी. है.