Forest Pond Dry, Forest Lake Dry

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ठाना (आमगांव). गोंदिया वन विभाग अंतर्गत बिरसी वनक्षेत्र में वन विभाग की अनदेखी व भ्रष्ट कार्यप्रणाली की वजह से सरकार को लाखों का चूना लग रहा है. वन परिक्षेत्र बिरसी अंतर्गत ग्राम वडद के जंगल में वन्य जीवों को पानी पीने के लिए वन विभाग व महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अभियान के तहत वर्ष 2017-18 में 24 लाख 65 हजार 334 रु. की लागत से वन तालाब का निर्माण किया गया था. इस वर्ष हुई बारिश में इस बांध की दीवार टूट गई जिससे वन तालाब में अब पानी ही नहीं बचा है.

वन कर्मी राऊत व बीट गार्ड लांजेवार की लापरवाही से बांध की मेढ़ का निर्माण निकृष्ट दर्जे का होने का आरोप है. पानी के अभाव में जंगली जानवरों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. सरकार की योजना ठप पड़ गई है व निर्माण निधि बेकार चली गई. वडद के लोगों का कहना है कि समय पर वन तालाब की दुरुस्ती की गई होती तो दीवार नहीं टूटती.

बीट गार्ड लांजेवार मुख्यालय पर नहीं रहते हैं, वे आमगांव में रहते हैं. वन परिसर को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है. परिणामस्वरुप वड़द के जंगल से खुलेआम रेत चोरी हो रही है. ग्रामीणों ने जिलाधीश, उपवन संरक्षक व तहसीलदार से योजना के तहत बनाए गए तालाब की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.