House Damage, Flood

  • किसानों का हुआ भारी नुकसान

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गोंदिया. पूर्व विदर्भ में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति ने किसानों के साथ ही आम लोगों को परेशानी में डाल दिया है. बाढ़ से काफी नुकसान लोगों को सहना पड़ा. पूर्व बाढ़ की स्थिति से जनजीवन ठप हो गया था. कई लोगों को स्कूलों का आसरा लेकर रहना पड़ा. पीड़ितों को अब तक मदद नहीं मिलने से उनके सामने संकट खड़ा हो गया था.

अब सरकार ने पीड़ितों को मदद आदेश जारी किया गया है. मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार के प्रयास से राज्य आपत्ति प्रतिसाद निधि व राज्य शासन की निधि से नागपुर विभाग के बाढ़ग्रस्त जिलों के लिए 162 करोड़ 81 लाख 7 हजार रुपये की निधि को स्वीकृति दी गई. इसमें से गोंदिया जिले के लिए 12 करोड़ 32 लाख 40 हजार रुपये की निधि आवंटित की गई है.

शीघ्र मिलेगी मदद
उल्लेखनीय है कि नागपुर विभाग में बाढ़ग्रस्त जिले में 1995 में आई बाढ़ से अधिक गंभीर स्थिति इस बार निर्मित हुई. जिसमें कई ग्रामों के खेतों में पानी घुस गया. नागरिकों व किसानों का भारी नुकसान हो गया. बाढ़ग्रस्तों को शासकीय मदद का आश्वासन दिया गया था. राज्य के राजस्व व वन विभाग ने निधि मंजूर की है. जिससे अब पीड़ितों को मदद मिलने की उम्मीद है.

कई घरों को पहुंची क्षति
बाढ़ से कई घरों, झोपड़ियों को काफी नुकसान पहुंचा है. सरकार की ओर से मंजूरी की गई इस निधि से मत्स्य बीज खेती के लिए मदद, मृत व घायल व्यक्तियों के परिवारों को मदद, प्राकृतिक आपत्ति में पूर्णत: घर की क्षति, कपड़े, बर्तन व घरेलू वस्तुओं के लिए, खेती फसल के नुकसान, मृत जानवर व घरों का अंशत: नुकसान, कच्चे व पक्के मकान, नष्ट हुई झोपड़ी, गोठों का नुकसान, कारागीर, बलुतेदार, दूकानदार व टपरीधारकों को मदद, जमीन से रेती, चिकनी मिट्टी व कीचड़ निकालने के लिए किसानों को सहायता, नदी में रुपांतर होने वाली जमीन के नुकसान के लिए मदद, नि:शुल्क केरोसिन वितरण पर खर्च की जाएगी.