धान खरीदी
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गोंदिया. जिला मार्केटिंग फेडरेशन अंतर्गत रबी मौसम की धान खरीदी में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आयी हैं. इसकी जांच के लिए समिति गठित की गई थी. समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में जिलाधीश के समक्ष प्रस्तुत किया है. जिसमें शासकीय धान खरीदी में घोटाला होने के तथ्य सामने आए हैं. इतना ही नहीं सात-बारा की जेराक्स कॉपी पर धान खरीदी करने का मामला उजागर हो गया है. 

व्यापारियों का माल ज्यादा खरीदा
जिला मार्केटिंग फेडरेशन ने इस खरीफ व रबी मौसम में कुल 57 क्विंटल धान की खरीदी की है, किंतु कुल बुआई क्षेत्र व उत्पादन के प्रमाण की तुलना करने पर उसमें धान की खरीदी संभव नहीं होने का संदेह शुरुआत से व्यक्त किया जा रहा था. जिले की सीमा से सटे छत्तीसगढ़ व मध्यप्रदेश से धान की जिले के धान खरीदी केंद्रों पर बिक्री की गई. खरीदी केंद्रों पर किसानों की अपेक्षा निजी व्यापारियों के अधिक धान की बिक्री होने की चर्चा हो रही थी. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने जिलाधीश से इस प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए. 

जांच समिति की रिपोर्ट में खुलासा
जिलाधीश ने जांच करने अतिरिक्त जिलाधीश के मार्गदर्शन में जांच समिति गठित की थी. समिति ने जांच रिपोर्ट जिलाधीश कार्यालय को सौंपी है. इसमें धान खरीदी में बड़े पैमाने पर घोटाला होने की बात स्पष्ट हो गई है. जिले के कुल धान उत्पादन से अधिक खरीदी किया गया है. गोरेगांव, अर्जुनी मोरगांव, गोंदिया व देवरी इन तहसीलों के धान खरीदी केंद्रों पर उत्पादन से अधिक एक से डेढ़ लाख क्विंटल ज्यादा खरीदी की गई है. जबकि खरीदी में नियमितता बनी रहे, इसके लिए कौन से केंद्र में कितने गांव होंगे निर्धारित कर दिया गया था. जबकि खरीदी केंद्रों के साथ जिन ग्रामों को जोड़ा गया था उन ग्रामों के अतिरिक्त अन्य ग्रामों से धान खरीदी की गई हैं.

सात-बारा पर पटवारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर धान की बिक्री की गई है. खेत में धान की बुआई नहीं की गई, उनके पास से धान खरीदी की गई है. इसमें सात बारा के जेराक्स पर बड़ी संख्या में खरीदी की गई है. 25 हजार ऑनलाइन खसरों पर गलत रिकार्ड दर्ज किया गया है. सात-बारा पर सिंचाई का पंजीयन दिखाकर भ्रमित किया गया. कृषि विभाग से निकाले गए धान की मिनीमम की अपेक्षा अधिक खरीदी करने की बात जांच समिति ने सिद्ध कर दी है. धान खरीदी में घोटाला हुआ है. इसी रिपोर्ट समिति ने जिलाधीश के समक्ष प्रस्तुत की है. अब इसमें क्या कार्रवाई होती है, उस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं.