गोंदिया. उत्तरप्रदेश के हाथरस जिले में घटित एक दलित युवती के साथ गैंगरेप व हत्या प्रकरण की घटना का संपूर्ण देश में विरोध किया जा रहा है. इसी कड़ी में नगर सुदर्शन समाज की ओर से 1 अक्टूबर को गोंदिया बंद की घोषणा की गई थी. दोपहर तक बंद का असर दिखाई दिया. इसके बाद मार्केट की अधिकांश दूकानें शुरू हो गई थी. बंद आंशिक रूप से सफल रहा है.
सुदर्शन समाज के नागरिक सुबह 8 बजे से नगर परिषद कार्यालय परिसर में एकत्र हो गए. उन्होंने अपनी हाजरी लगाई. इसके बाद नप से मोर्चा निकालकर गांधी प्रतिमा, गोरेलाल चौक, नेहरु चौक होते हुए डा.आंबेडकर चौक में पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गया.
प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
सुदर्शन समाज के विजय बोरुडे, पूर्व पार्षद सुनील भरणे, ज्योतिप्रकाश गजभिये, निलम हलमारे, तिलक दीप सहित अन्य पदाधिकारियों ने संबोधित किया. प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा. आंदोलन के चलते गुरुवार को शहर की संपूर्ण साफ सफाई का कार्य ठप हो गया.
आंदोलन में राजा करियार, मदन बघेल, पार्षद ज्योत्सना मेश्राम, पार्षद विनीत सहारे, नितेश बोहबे, रुख हथकैय्या, विनिता इंद्रकुमार, रिना सोनवाने, नीतु शुभम चव्हान, साधना कुमार, सरस्वती दीप, आशा कावले, नामकदास कारोसिया, निरंजन हथकैय्या, सत्यम सोनवाने, जीत राणे, ब्रम्हानंद दीप, देवानंद उजवणे, उत्तम मेश्राम आदि शामिल हुए.