Dhaan
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सड़क अर्जुनी. गोंदिया और भंडारा जिले में बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन लिया जाता है. धान खरीदी करने के काम आदिवासी विकास महामंडल द्वारा किया जाता है. आदिवासी विभाग प्रादेशिक व्यवस्थापन के रुप में भंडारा में कार्यालय है. गोंदिया जिले का धान मिलिंग के नाम पर भंडारा ले जाने से यातायात के खर्च में बड़ी संख्या में शासन की लूट हो रही है.

इस संबंध में रोशन बडोले ने विभागीय आयुक्त से शिकायत की है. जिसमेंकहा गया है कि भंडारा जिले में एक भी आदिवासी सहकारी संस्था में धान खरीदी नहीं की जा रही है. लेकिन प्रादेशिक कार्यालय भंडारा में है. वहीं गोंदिया जिले की देवरी तहसील में 18 धान खरीदी केंद्र है. सालेकसा में 6, अर्जुनी मोरगांव 6, सड़क अर्जुनी तहसील में 10 इस तरह कुल 40 आदिवासी धान खरीदी केंद्र है.

उक्त कार्यालय सड़क अर्जुनी में स्थानांतर से शासन के यातायात के हजारों रु. बच सकते है. गोंदिया जिले के मध्य क्षेत्र सड़क अर्जुनी तहसील में प्रादेशिक व्यवस्थापक कार्यालय हो इसके लिए जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता है. इसी तरह शासन के परिपत्रक अनुसार 1 क्विंटल धान की मिलिंग से कम से कम 67 किलो चावल (सीएनआर) शासन को जमा करना होता है. जबकि इसमे भारी हेराफेरी की जा रही है. इस ओर भी ध्यान देने की मांग बडोले ने की है.