ड्रैगनफ्रूट की खेती के लिए अनुदान, एकात्मिक फलोत्पादन विकास अभियान

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    गोंदिया.  ड्रैगनफ्रूट (कमलम) कैक्टस परिवार का एक बहुत ही महत्वपूर्ण फल है, इसमें  विपुल प्रमाण में पोषक  तत्व और एंटीऑक्सीडेंट के कारण यह सुपर फल के रूप में जाना जाता है.  साथ ही इस फल में अनेक तरह के औषधिय गुण होते हैं.

    इसके अलावा इस फल में फास्फोरस और कैल्शियम जैसे मिनरल्स अधिक प्रमाण में पाए जाते है. पानी की कमी के बावजूद ये पेड़ हमेशा जीवित रहते हैं. साथ ही  बीमारी व कीटों का प्रादुर्भाव नगण्य होने से  फसल संरक्षण  लागत अधिक नहीं होती. इस फल की मांग व फसल क्षेत्र भी बढ रही है. 

     वर्ष 2021-22 से एकात्मिक फलोत्पादन विकास अभियान के माध्यम से ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है. ड्रैगनफ्रूट फल की खेती के लिए मिट्टी को दो पौधों के बीच 3 बाय 3 मीटर, 3 बाय 2.5 मीटर की दूरी पर गड्ढा खोद कर उसके बीचोंबीच  कम से कम 6 फीट ऊंचाई का सीमेंट कांक्रीट का खंभा व उस पर  कांक्रीट फ्रेम लगाई जाए.

    इस सीमेंट कांक्रीट के खंभे के चारों ओर पौधे रोपने चाहिए. इस प्रकार से  ड्रैगनफ्रूट की फसल की खेती के लिए सामग्री, आधार पध्दति, ड्रिप सिंचाई, खाद  और फसल सुरक्षा के लिए अनुदान देय है. इसमें 4 लाख रु. प्रकल्प लागत मानकर 40 प्रश. के अनुसार 1 लाख 60 हजार रु. अनुदान तीन वर्ष में 60:20:20 के अनुसार दिया जाएगा.

    दूसरे वर्ष में 75 प्रश. व तीसरे वर्ष में 90 प्रश. पौधे जीवित रहना अनिवार्य है.  किसानों से महा डीबीटी पोर्टल mahadbtmahait.gov.in पर ड्रैगनफ्रूट की खेती के लिए आवेदन करने का आव्हान किया गया. अधिक जानकारी के लिए   कृषि कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है.