आईएमए के डाक्टर्स सड़क पर, आयुर्वेदिक शल्यक्रिया का विरोध

Loading

गोंदिया. इंडियन मेडिकल एसो. (आईएमए) ने आयुर्वेदिक शल्यक्रिया का जोरदार विरोध किया है. इस निर्णय को तत्काल रद्द करे, इस मांग के लिए संगठन ने आक्रामण भूमिका अपनाई है. इतना ही नही इस मांग के लिए 11 दिसंबर को देशभर के लाखों आईएमए डाक्टरों ने हडताल  शुरु कर दी है. गोंदिया में भी डाक्टरों के इस आंदोलन को भारी प्रतिसाद मिला है. जिले के डाक्टरों का दो दिन का आंदोलन है. जिससे शुक्रवार को अस्पताल, क्लिनीक, हॉस्पीटल में ओपीडी का कार्य बंद था.

सुबह 6 से शाम 6 बजे तक डाक्टर हडताल पर है. जिससे स्वास्थ्य सेवा लडख़ड़ा गई है. इस आंदोलन के दौरान शहर के प्रमुख चौराहों पर डाक्टरों ने इस निर्णय के खिलाफ पाम्पलेट का वितरण किया. सीसीआईएम के जारी अध्यादेश के अनुसार बीएएमएस डाक्टरों को 58 प्रकार की शल्यक्रिया करने के अधिकार दिए गए है.

इसके लिए बीएएमएस डाक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. एमबीबीएस में विद्यार्थियों को साड़े चार वर्ष शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान, जैव रसायन, विकृति विज्ञान का गहन अध्ययन कराया जाता है. शल्यक्रिया का अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को कठीन परीक्षण से गुजरना होता है. जबकि बीएएमएस डाक्टर्स को आयुर्वेद से संबंधित विषय पढ़ाए जाते है. यह पूर्णरुप से अलग विज्ञान है. ऐसा आंदोलन रत डाक्टरों का कहना है.