झालिया केंद्र प्रमुख व लटोरी प्रधानपाठक की मनमानी

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सालेकसा. उच्चतर हिंदी पूर्व जिप प्राथमिक पाठशाला लटोरी के प्रधान पाठक व झालिया केंद्र के प्रभारी केंद्र प्रमुख विजय राठौड़ ने संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से साठगांठ कर पाठशाला में लूट मचा रखी है. विगत ८ सितंबर २०२० को शिकायत पत्र देने के बावजूद जांच के नाम पर लीपा-पोती करने का आरोप लटोरी के ग्रामीण अभिभावकों तथा शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने सालेकसा स्थित साक्षरता सार्वजनिक वाचनालय के सभाग्रह में आयोजित पत्रकार परिषद में लगाते हुए बताया कि प्रधान पाठक व केंद्र प्रमुख पर विभिन्न भ्रष्टाचार के मामले की जांच के लिए शिकायत पत्र जिप सीईओ व जिप शिक्षणाधिकारी (प्राथ.) को प्रेषित किया गया था लेकिन लंबी अवधि के बाद भी संबंधित अधिकारियों की अनदेखी बनी हुई है.

इस संबंध की खबर प्रकाशित हुई तब आनन-फानन में जांच के नाम पर लीपापोती शुरू कर दी गई जिससे स्पष्ट हो रहा है कि संबंधित अधिकारी उनके खिलाफ न जाने क्यो कुछ नहीं करना चाहते है? २२ अक्टूबर को शिकायत आवेदन का संज्ञान लेते हुए पाठशाला लटोरी में उक्त जांच के लिए संबंधित विभाग के कुछ अधिकारियों के पहुंचने की खबर जरूर है लेकिन जांच के दौरान शिकायत कर्ताओं को नहीं बुलाया गया व जांच के नाम पर केवल लीपा-पोती की गई. जबकि जांच पारदर्शक होनी चाहिए.

यह भी बताया गया कि पाठशाला के विद्यार्थियों को गणवेश की एक जोड़ी ना देना, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष के अलावा बाकी के पदाधिकारियों को विश्वास में ना लेना, हर महीने शाला प्रबंधन की सभा न लेना, पदाधिकारियों को सभा की लिखित सूचना न देना, शाला भवन में रखी टीवी व पानी मोटर चोरी होना, छात्राओं को मानव विकास योजना तहत मिलने वाली साइकिलों से वंचित रखना, शासन द्वारा मिलने वाली विभिन्न छात्रवृत्ति से विद्यार्थियों को वंचित रखना, शालेय पोषण आहार में कटौती करना जैसी अनेक अनियमितताएं प्रधान पाठक राठौड़ द्वारा सतत की जा रही है.

इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है व जांच न होने पर पाठशाला को ताला जड़कर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई. शिकायतकर्ता शाला प्रबंधन समिति के पुर्व अध्यक्ष पोषणलाल निमावत, पूर्व उपसरपंच जगन्नाथ (बाबा) परिहार, विमुस अध्यक्ष वीरेंद्र लिल्हारे, शाला प्रबंधन समिति सदस्य यादन रक्से, वामन मेश्राम, दिलीप ढेकवार, पालक जगदीश मेश्राम व मिलतराम चौधरी आदि उपस्थित थे.

इस विषय में पंस प्रभारी गुट शिक्षणाधिकारी एस.जी.वाघमारे के अनुसार उन्होंने शिक्षणाधिकारी (प्राथ. विभाग) के आदेशानुसार तत्काल प्रभाव से लटोरी पाठशाला में जाकर अपने स्तर पर मामले की जांच की है, जिसका अहवाल शिक्षणाधिकारी (प्राथ.) को भेज दिया गया है.