Muster Assistant

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आमगांव. पंचायत समिति में मस्टर सहायक पद पर कार्यरत कर्मियों को विगत 17 माह से वेतन नहीं मिला है जिसकी वजह से उनके हाल बेहाल हो गए है. लेकिन फिर भी सरकार अपने निर्णय पर खरी नही उतर रही है. जिससे तंग आकर मस्टर सहायकों ने आगामी 20 जून को तहसील कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है. संगठन के सचिव आत्माराम भेलावे ने बताया कि आयुक्त नागपुर व सीईओ गोंदिया के आदेश से 19 दिसंबर 2018 से स्थानीय पंस में मस्टर सहायक के पद पर उपरोक्त सभी लोग कार्यरत है.

1 मार्च 2019 को राज्य के पूर्व मंत्री जयकुमार रावल की अध्यक्षता में पूर्व सामाजिक न्यायमंत्री राजकुमार बडोले व अन्य पदाधिकारियों के बीच एमटीडीसी हॉल मुंबई में सभा ली गई. जिसमें मस्टर सहायकों को नियमित करने संबंधी टिप्पणी तैयार कर मंजूर की गई लेकिन सरकार के अडियल रवैये के कारण मस्टर सहायकों को 17 माह से वेतन नहीं दिया गया.

परिणाम स्वरुप आगामी 20 जून को यह सभी मस्टर सहायक तहसील कार्यालय के सामने आमरण अनशन करेंगे. इसकी पूर्व सूचना राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले, रोहयो मंत्री संदीपान भूमरे आदि को दी. प्रेस विज्ञप्ति में भेलावे के साथ अशोक दहीवले, घनश्याम फुंडे, श्यामराव भेंडारकर आदि ने हस्ताक्षर किए है. मस्टर सहायकों ने बताया कि 11 से 24 फरवरी तक जिलाधीश कार्यालय गोंदिया के समक्ष 14 दिनों लगातार आमरण अनशन किया जा रहा था.

महाराष्ट्र के रोहयो मंत्री भूमरे ने आयुक्त कार्यालय नागपुर में 20 फरवरी 2020 को मस्टर सहायकों को बुलाकर अनशन वापस लेने का आग्रह किया तथा एक माह के भीतर वेतन जारी करने का आश्वासन दिया. लेकिन मंत्री मुंबई गए और आश्वासन को भुला दिया.