Minister Nawab Malik

  • मीडिया से चर्चा में पालकमंत्री मलिक ने कहा

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गोंदिया. पालकमंत्री नवाब मलिक ने यहां मीडिया से चर्चा करते हुए कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच आपातकालीन व्यवस्थाएं सुनिश्चित किये जाने के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि उम्मीद नहीं थी कि यहां इतनी भयावह परिस्थितियां होंगी, वायरस के बढ़ऩे की निर्मित हुई है, इसके पहले वो अकल्पनीय थी, आज हालात यह हैं कि प्रतिदिन महाराष्ट्र में लगभग 61 हजार और देश में प्रतिदिन 2 लाख कोरोना पाजिटिव केस सामने आ रहे हैं.

निर्देशों के पालन की अपील

गोंदिया जिले में गत वर्ष शुरुआत में सीमित मामले थे, लेकिन अक्टूबर 2020 में  मरीजों की संख्या बढ़ी है, जो कि नवंबर और दिसंबर तक नियंत्रण में आ चुकी थी, इसके बाद अचानक अब मार्च के अंतिम सप्ताह से लेकर अप्रैल में निरंतर केस बढ़ रहे हैं, ऐसी स्थिति में जिले में व्यवस्थाओं को आवश्यकतानुसार व अधिक दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है, कोरोना से जंग में हम सबको मिलकर निपटना होगा. नागरिकों के साथ संयम और निर्देशों का पालन करने की अपील की, ताकि कोरोना पर एक बार फिर हमारी जीत हो. 

350 बेडों की अतिरिक्त व्यवस्था

शासकीय मेडिकल कॉलेज के अलावा शहर के आमगांव रोड मार्ग पर स्थित जलाराम लॉन में 200 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाया जा रहा है.  तिरोड़ा में कोविड हॉस्पिटल तथा शासकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड बेडों की संख्या बढ़ाकर जिले में कुल 350 बेडों की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है, इनमें शासकीय मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स, प्रोफेसर्स व मेडिकल स्टूडेंटस भी सेवाएं देंगे.

ऑक्सीजन के लिए कैप्सूल सिलेंडर

100 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर मशीनें सहित तमाम व्यवस्थाओं पर  ध्यान दिया जा रहा है, कोविड हॉस्पिटलों में बैड की व्यवस्थाओं के साथ साथ सबसे ज्यादा दिक्कत ऑक्सीजन सिलेंडरों की हुई.  प्रफुल पटेल की पहल पर अदानी पावर के सीएसआर फंड से 13 हजार लीटर के टैंक का निर्माण किया जा रहा है, इसी के साथ आपने कहा कि जब तक ऑक्सीजन प्लांट शुरु होगा, उसके पहले 100 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर मशीनें बुलवाई जा रही हैं, ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिये कैप्सूल सिलेंडर की व्यवस्थाएं की गई है, 

दो हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन 

जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शनों की खरीदी हो चुकी है जो जल्द ही उपलब्ध होगी, इसके अलावा प्रफुल्ल पटेल द्वारा गुजरात की एक कंपनी से चर्चा कर दो हजार इंजेक्शन गोंदिया व भंडारा जिले के लिए  उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. जिले में कोरोना मरीजों की संख्या जिस तरह से बढ़ रही है, हमें अन्य पड़ोसी राज्यों से  मरीजों के उपचार की व्यवस्थाओं की सीमाएं सुनिश्चित करनी पड़ेगी,  बालाघाट व अन्य जिलों से आने वाले केवल 10 प्रश मरीजों को ही निजी चिकित्सालयों में भर्ती किया जा सकेगा.