सालेकसा. कृषि का नियोजन करने बारिश दर्ज करना आवश्यक होता है. इसके अनुसार ही आगे का नियोजन किया जाता है. सरकार की सर्वाधिक निधि हासिल करने वाले सालेकसा तहसील में वर्षामापक यंत्र नहीं होने की जानकारी सामने आई है. जिससे बारिश को दस्तावेजों पर ही दर्ज किया जा रहा है. तहसील स्तरीय विभिन्न विभागों के माध्यम से लगाए गए वर्षामापक यंत्र की जांच की गई तो एक भी यंत्र योग्य स्थिति में नहीं पाया गया. बारिश की शुरुआत में ही मिमी यंत्र की जांच कर उसे सुधारने की जरूरत होती है. इस संदर्भ में अलग-अलग विभागों से पूछताछ की गई तो कोई भी उचित जवाब नहीं दे पाए.
तहसील प्रशासन का उदासीन रवैया
सिंचाई विभाग का वर्षामापी यंत्र ताला लगाकर रखा गया है. तहसील प्रशासन वर्षामापक यंत्र को लेकर कितना सजग है स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है. सालेकसा के नायब तहसीलदार ए. बी.भुरे केअनुसार बारिश कितनी हुई है, इसकी जानकारी दर्ज करने के लिए मिली मीटर यंत्र नहीं है तो संबंधित विभाग इस तरह की रिपोर्ट भेजे. जिस पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन अब तक इस तरह की कोई भी शिकायत किसी भी विभाग से प्राप्त नहीं हुई है.