गोंदिया. लाकडाउन के कारण हर इंसान परेशान हो गया था. इस दौरान जिले को अनलाक किया गया लेकिन अब फिर से शहर के दूकानों के शटर 4 बजते ही गिरने लगे. अनलाक के कारण हर व्यवसायी के चेहरे खिल उठे थे. व्यवसायियों को लग रहा था कि अब फिर से अपना व्यवसाय पटरी पर धीरे-धीरे लौट आएगा लेकिन डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से सरकार ने फिर से दोप. 4 बजे दूकानों को बंद करने का निर्णय ले लिया है.
महाराष्ट्र में 28 जून से सभी दूकानें शाम 4 बजे से लेकर सुबह के 7 बजे तक बंद रखने का निर्णय शासन ने लिया है. कोरोना प्रतिबंध को लेकर सरकार की तरफ से नई गाइडलाइन जारी की गई है. डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से सरकार द्वारा शहरों व जिलों में दी गई छूट को वापस ले लिया गया है. महाराष्ट्र के सभी जिले तीसरे लेवल पर रहेंगे. शनिवार व रविवार को अत्यावश्यक वस्तुओं को छोड़ सभी दूकानें बंद रहेंगी.
समय रहते स्थिति संभालने का प्रयास
राज्य में कोरोना की दूसरी लहर का कहर समाप्त होते देख शासन ने धीरे धीरे प्रतिबंधों में ढील दी थी. लेकिन रत्नागिरी, जलगांव सहित अन्य जिलों में डेल्टा प्लस के मरीज मिले हैं. रत्नागिरी में डेल्टा प्लस वेरिएंट से पहली मृत्यु हुई है. जिसे देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है. राहत, पुनर्वसन व आपदा व्यवस्थापन विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत राज्य के सभी जिलों को तीन लेवल में रखा गया है. पहले व दूसरे लेवल को रद्द कर दिया गया है.
कोरोना संक्रमण का दर व ऑक्सीजन बेड की संख्या कितनी भी कम क्यूं ना हो जाए लेकिन प्रतिबंध तीसरे लेवल का ही रहेगा. इसके पहले 4 जून को जारी नियमावली में जिले को 5 स्तर पर बांट कर प्रतिबंधों में छूट देने का अधिकार स्थानीय प्रशासन को दिया गया था.
50 प्रश. क्षमता के साथ होटल खुले रहेंगे
नई गाइडलाइन के तहत दूकानें सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक खुली रहेंगी. शनिवार व रविवार को केवल अत्यावश्यक वस्तुओं की ही दूकानें खुलेंगी. मॉल, सिनेमा घर बंद रहेंगे. होटल रेस्टारेंट 4 बजे तक 50 प्रश. क्षमता के साथ खुले रहेंगे. लेकिन शनिवार व रविवार को पूरी तरह बंद रहेंगे. उद्यान, मैदान सुबह 5 बजे से 9 बजे तक खुले रहेंगे. सार्वजनिक परिवहन सेवा 100 प्रश. क्षमता के साथ शुरू रहेगी. खड़े रहकर यात्रा नहीं की जा सकेगी. जिम, सैलून, स्पा 50 प्रश. क्षमता के साथ 4 बजे तक शुरू रहेंगे.
व्यापारियों में फिर छाई मायूसी
लाकडाउन के बाद जैसे तैसे जिले को अनलाक किया गया. जिससे शहर के विभिन्न व्यापारियों का व्यापार धीरे धीरे पटरी पर आ रहा था. लेकिन फिर अचानक शासन के समय में बदलाव आ जाने से शहर के व्यापारियों में मायूसी छा गई है. व्यापारियों के अनुसार 8 बजे तक दूकान शुरू रहने पर ग्राहक बढ़ जाते थे. लेकिन अब 4 बजे तक का समय हो जाने पर साढ़े तीन, पौने चार बजे से ही दूकानों का शटर गिराना पड़ेगा. दूकान खोलने व बंद करने में ही लगभग आधे से पौन घंटा चला जाता है. ऐसे में ग्राहकों को संभालना मुश्किल हो जाता है.