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  • जिला प्रशासन व मार्केटिंग फेडरेशन ने की कार्रवाई

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गोंदिया. जिले में पिछले वर्ष के खरीफ व रबी मौसम में धान खरीदी में हुई गड़बडी की जांच में पुष्टि के बाद अब जिला प्रशासन व मार्केटिंग फेडरेशन ने दोषी संस्थाओं का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. गोंदिया तहसील की 2 व सालेकसा तहसील की 1 सहकारी संस्था का धान खरीदी लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.

धान खरीदी में हुई गड़बड़ी

जिला मार्केटिंग फेडरेशन के अधिकारी ने 9 अक्टूबर को कामठा की तहसील शेतकरी बहुउद्देशीय संस्था अंतर्गत आने वाले रावनवाडी धान खरीदी केंद्र में गड़बड़ी, किसानों को भ्रमित करने, धान खरीदी में नियमों का उल्लंघन व शासकीय राशि में गड़बड़ी आदि के चलते लाइसेंस रद्द कर दिया है. सेंट्रल कृषक सेवा सहकारी संस्था अंतर्गत आने वाले कटंगीकला, काटी धान खरीदी केंद्र की खरीदी में गड़बड़ी पाए जाने पर लाइसेंस  रद्द कर दिया गया. सालेकसा के सहकारी भात गिरनी मर्यादित संस्था अंतर्गत कोटजंभुरा व सालेकसा धान खरीदी केंद्र में गड़बड़ी की पुष्टि हुई है, इस संदर्भ में संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था, किसी भी प्रकार का जवाब नहीं मिलने पर जिला मार्केटिंग फेडरेशन ने इन संस्थाओं का धान खरीदी लाइसेंस रद्द कर दिया. 

दोषियों की सूची लंबी

2 माह बाद हुई कार्रवाई से सहकारी संस्थाओं में हड़कंप मच गया है. दोषियों की  सूची लंबी है, उनके खिलाफ चरणबध्द तरीके से कार्रवाई करने की बात कही गई है. 

गोदाम में कम मिला धान

उल्लेखनीय है कि 20218-19 के खरीफ मौसम में फेडरेशन के तहत सालेकसा व कोटजंभुरा के धान खरीदी केंद्रों पर बड़े पैमाने में धान की खरीदी की गई थी लेकिन रिकार्ड अनुसार खरीदी की अपेक्षा गोदाम में 50 हजार क्विंटल धान कम पाया गया था, जिस व्यक्ति के नाम जमीन नहीं है उसके नाम पर 50 से 100 क्विंटल तक धान बिक्री की गई  व उनके खाते में लाखों रु. का भुगतान बैंक में जमा हो गया.  दलाल-व्यापारी द्वारा बोगस किसानों को 5 से 10 हजार रु. देकर शेष राशि अपनी जेब में रख ली गई. प्रकरण उजाकर आने के बाद उसे दबाने का भी प्रयास किए गए.