SBI creates separate clause for loan to MSME, agriculture sector
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गोंदिया (का). एसबीआई की रेलटोली स्थित शाखा खाता धारकों को सुचारू सेवाएं नही दे पा रही है और वहां अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है. कार्य संचालन में वहां कर्मियों द्वारा जानबुझकर सब कुछ धीमी गति से किया जाता है. उसे लेकर ग्राहकों को परेशानियां भुगतनी पड़ रही है. पासबुक प्रिंटिंग मशीन बंद पड़ी हुई है, बड़ी राशि खर्च कर लगाई गई ड्प्लिले मशीन (टोकन मशीन) भी महिनों से बंद है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए शाखा ने अवश्य ही कुछ व्यवस्थाएं की हैं पर ये उपभोक्ताओं को राहत देने के बजाए परेशानी का कारण बनी हुई है.

परिवर्तित व्यवस्था इस प्रकार है.  उपभोक्ताओं को मुख्य द्वार के बाहर ही बैठाया जाता है व एक/दो व्यक्तियों को अंदर प्रवेश दिया जाता है. प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति के हाथों को सैनिटाइजर द्वारा साफ कराया जाता है. यह एक अच्छा उपक्रम है. पर अंदर प्रवेश करने के बाद  ही मुख्य परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जो खाता धारक नगद राशि निकालना चाहते हैं या जमा करना चाहते हैं उन्हें कुर्सियों पर अलग-अलग बैठा दिया जाता है. पहले कौन आया और कौन गया इसका ध्यान नहीं रखा जाता. काउंटर पर जाने पर उनसे कहा जाता है कि आप अपनी सीटों पर ही बैठे रहिए. मैसेंजर आपके पास खुद पहुंच जाएगा.

इस संबंध में सेवानिवृत्त एक केंद्रीय अधिकारी ने बताया कि 1 जून को वे पेंशन के लिए वहां गए थे. उन्हें कहा गया कि वे सीट पर बैठ जाएं, मैसेंजर उनके पास पहुंच जाएगा. 1 घंटे तक बैठे रहने के बाद भी जब कोई नहीं  आया तब उन्होंने कहा कि वे काफी देर से बैठे हुए हैं तथा उनके बाद जो लोग आए उनका काम किया जा रहा है, पर उनके पास मैसेंजर क्यों नहीं आ रहा है? कुछेक बार आग्रह करने के बाद ही उनकी पासबुक और चेक भुगतान करना स्वीकार किया गया. इसके बाद भी लगभग 20 मिनट बाद 1 घंटे से भी ज्यादा समय लग गया. जब उन्होंने काउंटर पर अपने खाते में बकाया राशि की जानकारी प्राप्त करनी चाही तो काउंटर नंबर 5 पर कार्यरत महिला कर्मचारी ने बकाया राशि बतलाने से साफ इंकार कर दिया.

जब बैंक की पासबुक प्रिंटिंग मशीन काम नहीं कर रही है तब काउंटर नंबर 5 पर कार्यरत महिला कर्मी का यह दायत्वि है कि बैंक के सभी खाता धारकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति ध्यान दें. रेलटोली स्थित एसबीआई के शाखा व्यवस्थापक को चाहिए कि अपने शाखा की कार्यप्रणाली पर गंभीरता से नजर बनाएं रखें ताकि खाता धारकों को परेशानियां न हो. जब तक पासबुक प्रिंटिंग मशीन सुचारू रूप से काम करना शुरू नहीं कर देती है तब तक भुगतान खिड़कियों पर कार्यरत कर्मचारी ही पासबुक प्रिंटिंग करके देने का कार्य करें. खाता धारक से असहयोग करने वाली महिला कर्मी के प्रति कार्रवाई करने की भी मांग की गई.