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गोंदिया. कोरोना काल में 7 माहिनों से बंद जिम पुन: शुरू करने के लिए शासन ने अनुमति दी है. इस निर्णय पर जिम संचालकों ने देर से ही सही सब ठीक हो गया है, इस तरह की प्रतिक्रिया देकर निर्णय का स्वागत किया है. राज्य में 7 महीने से जिम, व्यायामशालाएं बंद थीं. इनसे पाबंदी कब हटेगी? उस पर नजरें लगी हुई थीं.

शासन ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके बाद एक-एक कर सभी क्षेत्र खुले किए जा रहे हैं. बंद की वजह से जिम संचालकों को नुकसान उठाना पड़ा है. शासन की गाइड लाइन के अनुसार अंतत: जिम शुरू हो गए हैं. जिम में अधिक भीड़ नहीं हो इसके लिए क्रशम: 10 व्यक्तियों को गुट बनाकर उसके अनुसार प्रवेश दिया जाएगा. संपूर्ण जिम में कोरोना संबंधी सभी उपाय किए जा सकेंगे. जिम के प्रशिक्षक भी प्रशिक्षण देते समय सभी बातों का ध्यान रखेंगे. समय समय पर सैनिटाइज करने, जिम में भीड न हो व हर एक घंटे में जिम को सैनिटाइज करने पर विशेष ध्यान देना होगा.

निर्णय स्वागत योग्य : शर्मा 

सबसे बड़ी अत्याधुनिक मशीनों से लैंस गणेश नगर स्थित एफर्ट जिम के संचालक चिंटू शर्मा ने बताया कि राज्य शासन का जिम शुरू करने का निर्णय स्वागत योग्य है. इसके बाद यह प्रशिक्षण धीरे-धीरे लाइन पर आएगा. राज्य शासन ने जिम व व्यायाम शाला शुरू करने की अनुमति पूर्व में ही दे दी जानी चाहिए थी. इससे युवाओं को विल पावर बढ़ाने में सहयोग होता. 

युवाओं का रूझान कम : वासनिक 

डा.आंबेडकर चौक परिसर में स्थित रॉयल जिम फिटनेस पाइंट के संचालक जीतेंद्र वासनिक ने बताया कि दीर्घकाल के बाद आखिरकार शासन ने जिम शुरू करने की अनुमति दी है. प्रथम दिन 10 से 15 युवक जिम में आए है, इसके पूर्व 20 से 25 युवक नियमित रूप से जिम में आया करते थे. वासनिक का कहना है कि फिलहाल जिम के प्रति युवाओं का रूझान थोड़ा कम है.