Rajesh Tope

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गोंदिया. जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने प्रशासन की ओर से विभिन्न प्रकार की प्रतिबंधात्मक उपाय योजना की जा रही है. कोरोना मरीज की ओर दुर्लक्ष नहीं करते सामान्य मरीज को भी राहत मिलेगी. ऐसा काम करने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जिलाधीश कार्यालय में कोविड 19 संदर्भ में आयोजित सभा में दिए.

टोपे ने कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना का प्रभाव रोकने कान्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाएं, बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखें, रैपिड एंटीजन व आरटी पीसीआर जांच पर जोर दिया जाए. गोंदिया में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखकर प्लाज्मा लैब जल्द शुरू करने संबंधी मुंबई में बैठक लेने का निर्णय लिया गया. जिले के लिए हेल्पलाइन शुरू करें.

जिले में टास्क फोर्स का गठन करने की भी सलाह दी. जिले में सैम्पल टेस्टिंग को 5 से 6 दिन लगते हैं. इसे गंभीर समस्या बताकर कहा कि टेस्ट रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर आना चाहिए. किसी भी प्रभावित व्यक्ति को अधिक खर्च नहीं आएगा. प्रभावित मरीजों पर अधिक दर निर्धारित करना उचित नहीं, मरीजों के लिए शासन ने जो दर निश्चित की है वहीं दर निर्धारित करें. महात्मा ज्योतिबा फुले जन स्वास्थ्य योजना में मरीजों को कैशलेस सेवा दी जानी चाहिए. अतिरिक्त जिलाधीश प्रत्यक्ष ध्यान देकर काम करें.

निजी एम्बुलेंसों को अपने कब्जे में लें
टोपे ने आगे कहा कि डाक्टर्स, नर्सेस व टेक्नीशियन के 100 प्रश पद भरने के अधिकार जिलाधीश को दिए गए हैं. एम्बुलेंस के संदर्भ में शिकायतें नहीं आनी चाहिए. इसके लिए निजी एम्बुलेंस जिलाधीश अपने कब्जे में लें. प्रभावित मरीजों को गर्म व पौष्टिक आहार मिलना चाहिए. कोरोना केअर सेंटर में पॉजिटिव मरीजों की नियमित जांच करें.

टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत : देशमुख
पालकमंत्री देशमुख ने कहा कि जिले का डब्लिंग रेट व रिकवर रेट बहुत कम है. इसके लिए टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है.

आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोकें
सांसद प्रफुल पटेल ने कहा कि प्रभावित मरीजों की ओर दुर्लक्ष न करें. उन्हें राहत मिले ऐसा काम करें. कुछ समस्या आने पर पुलिस प्रशासन की मदद लें. यंत्रणा सकारात्मक दृष्टिकोण से काम करें. इस समय उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ फौजदारी मामले दर्ज कराएं.

विधायक अग्रवाल ने रखी समस्याएं
विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा कि पीड़ित मरीज जब जिला सामान्य अस्पताल में जाता है, तब उसे उपचार बराबर नहीं मिलता. कोई भी डाक्टर उस मरीज को हाथ लगाने तैयार नहीं रहता. इस पर मंत्री टोपे ने कहा कि डाक्टरों ने नहीं सुनी तो उनके नर्सिंग होम की लाइसेंस रद्द की जाए. उन्होंने कहा कि गोंदिया में मेडिकल कॉलेज बन गया है, जिससे नागपुर पर निर्भर रहना छोड़ दें, गोंदिया से मरीज नागपुर रेफर करने की मुझे शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. अन्य विधायकों ने भी अपने विचार रखे.

सभा में मनोहर चंद्रीकापुरे, सहषराम कोरोटे व राजु कारेमोरे, पूर्व विधायक राजेंद्र जैन व प्रकाश गजभिये, पूर्व सांसद डा. खुशाल बोपचे, जिलाधीश दीपककुमार मीना, स्वास्थ्य संचालक डा.अर्चना पाटिल, जिला पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे, अपर जिलाधीश राजेश खवले, निवासी उप जिलाधीश सुभाष चौधरी के अलावा स्वास्थ्य उप संचालक डा.संजीव जायस्वाल, मेडिकल कॉलेज के डिन डा. नरेश तिरपुडे, एसीएस डा.भूषणकुमार रामटेके, डीएचओ डा. श्याम निमगडे, उप जिलाधीश राहुल खांदेभराड, एसडीएम वंदना सवरंगपते व शील्पा सोनारे, तहसीलदार राजेश भांडारकर व अपर तहसीलदार अनिल खडतकर आदि उपस्थित थे.