राइस मिलर्स ने खुले में पड़े धान को सड़ने नहीं दिया : अग्रवाल

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    गोंदिया. राइस मिलर्स एसो. के अध्यक्ष अशोक सी. अग्रवाल ने एक चर्चा में कहा कि कस्टम मिलिंग में राइस मिलर्स को भारी नुकसान हो रहा था, इसके बावजूद सांसद प्रफुल्ल पटेल, विधायक मनोहर चंद्रिकापुरे, अन्न विभाग सचिव विलास पाटिल, जिलाधीश राजेश खवले ने उन्हें प्रेरित किया कि खुले में रखे धान को हर हालत में बारिश से खराब होने से बचाया जाए.

    उसे प्रतिसाद देते हुए राइस मिलर्स एसो. के सदस्यों ने भी संकल्प लिया कि यह 11 लाख क्विंटल धान किसी स्थिति में खराब नहीं होने देंगे और भारी नुकसान वहन कर एक माह में 9 लाख क्विंटल धान मिलिंग कर दिया. शेष 2 लाख क्विंटल धान भी 1 सप्ताह में मिलिंग कर दिया जाएगा. इससे मिलर्स को नुकसान जरूर हुआ है लेकिन आत्म संतुष्टि भी मिली कि किसानों के खून पसीने से प्राप्त उपज व हमारी लक्ष्मी धान को सड़ने नहीं दिया.

    अग्रवाल ने आगे कहा कि 2020-21 में धान की क्वालिटी खराब होने से कस्टम मिलिंग में राइस मिलर्स को भारी नुकसान हो रहा था. राज्य शासन ने भारी राशि क्षतिपूर्ति के लिए मंजूर भी की लेकिन यह राशि भी उसके लिए  पर्याप्त नहीं है. इस कारण राइस मिलर्स कस्टम मिलिंग नहीं कर रहे थे.

    जिले में लगभग 11 लाख क्विंटल धान खुले मैदानों पर केवल ताड़पत्री के भरोसे असुरक्षित रखा था, मानसून आगमन में देरी नहीं थी. अग्रवाल ने बताया कि राइस मिलर्स की कटिबद्धता के चलते यह हुआ कि इस धान को किसी भी हाल में खराब नहीं होने दिया गया.