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  • 8 हजार रुपये ट्राली पहुंचे दाम

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गोंदिया. जिले में 30 हजार से अधिक प्रधानमंत्री, रमाई व शबरी आवास योजना के निर्माण कार्य जोरों से शुरू है. आवास निर्माण के लिए ईंटों की मांग अधिक हो रही है, लेकिन ईंटों का निर्माण कम हो रहा है. वहीं ईंटों की कीमत डेढ़ गुना बढ़ गई है. वर्तमान में 7500 से 8 हजार रु. तक एक ट्राली ईंट बिक रही है.

बताया गया कि ईंटों की कीमत इसलिए बढ़ गई है कि लाल ईंटा बनाने के लिए ईंट भट्टों को धान के भूसे की आवश्यकता होती है, लेकिन राइस मिलों में धान के भूसे की कमी होने से भूसे के भी दो गुना दाम बढ़ गए है. जिले में 300 से अधिक राइस मिल संचालित है. जहां पर धान मिलिंग कर भूसे को निकाला जाता है. 

450 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा भूसा

भूसे का उपयोग ईंट भट्टी के लिए किया जाता है. भूसे से कच्ची ईंटों को पकाकर लाल किया जाता है. 200 रु. प्रति क्विंटल के दर से भूसा ईंट निर्माताओं द्वारा खरीदा जाता है, लेकिन इस वर्ष धान मिलिंग प्रक्रिया दो माह से बंद होने से राइस मिलों में धान की पिसाई कम हो गई. जिससे धान के भूसे की कमी हो रही है. भूसे की कमी होने से 200 रु. क्विंटल दर से बिकने वाला भूसा 450 रु. प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है. जिससे ईंटों के दामों में वृद्धि हो गई है. बताया गया कि 25 हजार ईंटों को पकाने के लिए 50 क्विंटल भूसा लगता है.