देवरी. सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में देवरी की अपनी अलग पहचान है. देवरी को पिछले कुछ वर्षों में नगर पंचायत का दर्जा मिला है और पिछले 4-5 वर्षों में देवरी का अच्छा विकास दिखाई दे रहा है लेकिन प्रशासन का इन विकास कार्यों की दिशा में अनदेखी होने की तस्वीर भी सामने आ रही है.
सड़कों का चौड़ाईकरण, पौधारोपण, नालों का निर्माण, नई सड़कें, स्ट्रीट लाइट, ठंडे पेयजल, उद्यान, फव्वारे और विभिन्न सौंदर्यीकरण कार्यों पर भारी खर्च किया गया. ऐसा कहा जाता है कि देवरी नगर पंचायत में इतने ज्यादा विकास कार्य हुए कि जिन्हें देखकर नगर पंचायतों को ईर्ष्या हुई होगी. सड़क चौड़ाईकरण, पौधारोपण और अन्य कार्यों से नागरिक खुश थे लेकिन अब उन्हें पुरानी तस्वीर देखने को नहीं मिल रही है. दूकानें सड़क पर आ गई हैं और लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
सड़क के पास नालों के ढक्कन खुले होने के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. क्या दुर्घटना की स्थिति में नालों को ढक दिया जाएगा? प्रशासन क्या वास्तव में नागरिकों के जीवन की परवाह करता है? ऐसा सवाल किया जा रहा है.
सड़कों की हालत खराब
देवरी तहसील मुख्यालय होने से हर क्षण आवाजाही शुरू रहती है. सड़कों पर गड्ढों को भरना आवश्यक है, लापरवाही के कारण दुर्घटनाओं और जानमाल के नुकसान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
सफाई के बाद नालों पर लगे ढक्कन खुले
सफाईकर्मी नालियों की सफाई करते हैं लेकिन उनके कार्य पर किसी अधिकारी की निगरानी नहीं होने से नालियों के किनारे ढक्कन पडे या फिर नालियों में गिरते नजर आ रहे हैं, जिससे आए दिन चौपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, इसके लिए कौन जिम्मेदार है ?
कचरे से परेशानी
ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी शहर के बाहर खुले मैदान में क्रिकेट आदि खेल खेलते हैं, लेकिन कचरे व्यवस्थापन के अभाव में वह मैदान में फैल रहा है. गंदगी का माहौल व्याप्त हो गया है. जिससे खेलप्रेमियों में नाराजगी दिखाई दे रही है. बारिश शुरू हो गई है और यह तय है कि नालों में पानी भर जाएगा. परेशानियों को झेल रहे नागरिकों ने मांग की है कि नगर पंचायत प्रशासन इस पर विशेष ध्यान दें और नागरिकों के हित के लिए काम की निगरानी करें.