गोंदिया. ऑक्सीजन की कमी से मौत की कोई घटना नहीं हुई है. जबकि इसे लेकर प्रचारित किया गया है कि 15 व 16 अप्रैल केटीएस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण डेढ़ घंटे में 15 कोरोना रोगियों की मृत्यु हो गई.
सोशल मीडिया पर भी यह प्रचारित हुआ है. वास्तविकता इसके विपरित है. प्रशासकीय स्तर पर कहा गया है कि यह खबर लोगों को गुमराह करने वाली व असभ्य है. इस अस्पताल में 100-बेड DCH अस्पताल और एक 120-बिस्तर DCHC ऐसे रोगियों के साथ-साथ संदिग्धों के इलाज के लिए काम किया जा रहा है. एक ही समय में अधिकतम 220 कोविड रोगियों को यहां भर्ती कराया जाता है, डॉक्टरों व नर्सिंग स्वास्थ्य कार्यकर्ता रोगियों की सतत निगरानी कर रहे हैं.
14 अप्रैल को 19 मरीज, 15 को 15 व 16 अप्रैल को 17 कोविड और संदिग्ध रोगियों की मृत्यु हुई. कोविड की गंभीर बीमारी के कारण इन रोगियों की मृत्यु हुई. आवश्यकता के अनुसार 15 अप्रैल को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध थे.
वहीं आवश्यकता के अनुसार रिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर भरने की कार्रवाई अस्पताल व जिलाधीश कार्यालय के स्तर पर की गई. अस्पताल में मरीजों के रिश्तेदार न केवल भीड करते हैं बल्कि उपचार में दखल कर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के काम में भी बाधा पहुंचाते हैं. जिस पर जिलाधीश दीपक कुमार मीणा, डीन डा. नरेश तिरपुडे व जिला शल्य चिकिस्तक डा. अमरीश मोहबे ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे स्वास्थ्य कर्मियों के कार्यों में सहयोग करें.