गोंदिया. त्योहारों को ध्यान में रखकर रेल प्रशासन एक साथ कई ट्रेनों को चलाने की घोषणा कर रहा है. ताजी घोषणा में अप-डाउन दिशाओं के लिए 362 पैसेंजर ट्रेनों को मेल व एक्सप्रेस में बदलने के आदेश दिए गए हैं. यह भी कहा गया है कि नई समय सारणी जारी होने तक पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस में बदलने के आदेश का पालन किया जाए.
एक्सप्रेस बनकर चल रही पैसेंजर
नई घोषणा में बिलासपुर जोन के तहत नागपुर मंडल की 58112 इतवारी-टाटानगर पैसेंजर व ट्रेन 58113 टाटानगर पैसेंजर को भी मेल / एक्सप्रेस में बदला जाएगा. घोषणाओं से कम दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों में अब भी भारी निराशा व असंतोष व्याप्त है. भारी संख्या उन यात्रियों की है. जिन्हें एक्सप्रेस ट्रेनों से कोई लेना देना नहीं है जो लंबी दूरी के लिए संचालित हो रही हैं. भारी संख्या उन यात्रियों की है जो कम दूरी के लिए चलती है. कोरोना के चलते आम जनता के लिए जीवन वाहिनी के रूप में चलने वाली ट्रेनों का आज भी परिचालन पूरी तरह से ठप हैं. हजारों ग्रामीण, छोटे व्यापारी, किसानों व मरीजों का पैसेंजर ट्रेनों से रिश्ता जुड़ा हुआ है. उन पैसेंजर ट्रेनों की उत्सुकता भरी प्रतीक्षा हो रही है.
दिक्कतों का करना पड़ता है सामना
इन ट्रेनों के अभाव में रेलवे यात्रियों को विशेष कर गरीब व मध्यम वर्ग को आवागमन में काफी दिक्कतों व असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. यह बात सभी की समझ से बाहर है कि रापनि द्वारा अंतरजिला व अंतरराज्य बसेस परिवहन जोर-शोर से शुरू हो चुका है, निजी ट्रैवल्स भी सड़कों पर नजर आ रही हैं किंतु रेल प्रशासन नहीं जाने क्यों इस दिशा में आंखें मूंदे बैठा है. यह सर्वविदित है कि गरीब व मध्यमवर्गीय रेल यात्रियों के लिए सबसे सस्ता माध्यम ट्रेन ही है. पैसेंजर ट्रेनें हर छोटे-छोटे स्टेशनों से होकर गुजरती हैं ऐसे में एक गांव से दूसरे गांव में ग्रामीण यात्री आसानी से कम खर्च में पहुंच जाते हैं. इसी तरह छोटे व्यवसायियों के लिए माल समेत यात्रा करने में आसानी होती है.
यात्रियों ट्रेनों की है बेसब्री से प्रतीक्षा
ऐसी पैसेंजर ट्रेनों में गोंदिया-इतवारी-गोंदिया, गोंदिया-दुर्ग-गोंदिया, गोंदिया -डोंगरगढ़-गोंदिया, गोंदिया-बालाघाट-कटंगी-गोंदिया, गोंदिया-चांदाफोर्ट -बल्लारशाह-गोंदिया, गोंदिया-दल्लीराजहरा-गोंदिया, गोंदिया-झारसुगड़ा-गोंदिया जैसी पैसेंजर ट्रेनों का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है. उन यात्रियों में यह विश्वास भी देखा जा रहा कि शायद दिवाली के पहले अविलंब ही इन पैसेंजर ट्रेनों की घोषणा हो सकती है.