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बोटाद (गुजरात).  गुजरात में 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले विपक्षी कांग्रेस ने बुधवार को अपने 17 विधायकों को राजकोट में एक रिजॉर्ट से बोटाद जिले के गढड़ा नगर के पास एक फार्महाउस भेज दिया है। यह जानकारी पार्टी के एक नेता ने दी। खरीद फरोख्त की आशंका से पार्टी ने गत एक सप्ताह में अपने विधायकों को गुजरात में स्थित विभिन्न रिजॉर्ट में स्थानांतरित किया है और विधायकों को क्षेत्रवार समूहों में बांट दिया है। कुछ विधायक सौराष्ट्र के राजकोट में एकत्रित हैं जबकि कुछ अन्य राजस्थान के आबू रोड में हैं। विपक्ष के नेता परेश धनाणी ने कहा, ‘‘गढड़ा में स्थानीय नेताओं से बैठक करने के बाद विधायक अमरेली जिले में धारी नगर जाएंगे।” धनाणी सौराष्ट्र क्षेत्र के इन 17 विधायकों में शामिल हैं।

गढड़ा और धारी दोनों विधानसभा सीटें वर्तमान में खाली हैं क्योंकि गत मार्च में पहली बार राज्यसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद कांग्रेस के विधायकों प्रवीण मारू और जे वी काकड़िया ने इस्तीफा दे दिया था। धनाणी ने कहा, ‘‘जब लोग कोरोना वायरस महामारी से मुकाबला कर रहे थे, तब बोटाद के निर्वाचित प्रतिनिधि ने दबाव के कारण या कुछ वित्तीय लाभ के लिए अपने लोगों को छोड़ दिया। इसलिए हमने इस क्षेत्र के लोगों से मिलने और उनकी समस्याओं को समझने का फैसला किया है। जिन लोगों ने जनादेश का अपमान किया, उन्हें जनता माफ नहीं करेगी।” कांग्रेस के टंकरा विधायक ललित कगथरा ने कहा, ‘‘चूंकि धारी विधायक ने भी मार्च में इस्तीफा दे दिया था, इसलिए विधायक (कांग्रेस) उस क्षेत्र का भी दौरा करेंगे ताकि लोग खेल को समझ सकें और उन्हें (इस्तीफा देने वाले विधायक को) उपचुनाव में सबक सिखा सकें।” कगथरा ने कहा, ‘‘बोटाद से विधायक धारी जाएंगे ताकि हम उस क्षेत्र के लोगों को यह समझा सकें कि किस तरह से उन्हें धोखा दिया गया, विधायक और सत्ताधारी भाजपा दोनों के द्वारा… ।”

विधायकों को ‘‘खरीद फरोख्त” से बचाने के लिए पार्टी ने विधायकों को क्षेत्र के हिसाब से बांट दिया है और उन्हें पिछले एक सप्ताह में राज्य में विभिन्न रिजॉर्ट में भेज दिया है। पूर्व के कार्यक्रम के अनुसार, चार राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 26 मार्च को होना था। हालांकि कोरोना वायरस महामारी और उसके कारण लागू लॉकडाउन के चलते इसे टाल दिया गया। अभी तक कांग्रेस के आठ विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है जिससे कांग्रेस का विधानसभा में संख्याबल कम होकर 65 हो गया है। यह संख्या राज्यसभा की दो सीटें जीतने के लिए पर्याप्त नहीं है जिसके लिए पार्टी ने अपने दो उम्मीदवार खड़े किये हैं। गत मार्च में राज्यसभा चुनाव घोषित होने के बाद पांच विपक्षी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था जिसमें मारू और काकडिया शामिल थे।

तीन और विधायकों ने चुनाव की नई तिथि घोषित होने के बाद इस महीने इस्तीफा दे दिया। गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव अब 19 जून को होने हैं। कांग्रेस ने शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने अभय भारद्वाज, रमीलाबेन बारा और नरहरी अमीन को अपना उम्मीदवार बनाया है। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 103 विधायक और विपक्षी कांग्रेस के 65 विधायक हैं। भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो विधायक और राकांपा का एक विधायक है। एक विधायक, जिग्नेश मेवाणी निर्दलीय हैं, 10 सीटें खाली हैं, दो अदालती मामलों के चलते और आठ इस्तीफा देने की वजह से। विधानसभा में वर्तमान में विधायकों की संख्या 172 है।