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    नई दिल्ली: भारत (India) में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर (Second Wave) तेजी से बढ़ रही है। देश में मंगलवार को कोरोना के 1.15 लाख नए केस सामने आए हैं। कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन इतना घातक है कि इसके कई लक्षण (Symptoms) समझ में भी नहीं आ रहे हैं। जो लक्षण नजर भी आ रहे हैं वह बिल्कुल नए हैं। नए लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, जोड़ों का दर्द, कमजोरी, भूख में कमी (Abdominal Pain, Vomiting, Joint Pain, Weakness, Loss of Appetite) शामिल हैं।

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, भिन्न-भिन्न लोगों में अलग-अलग प्रकार के लक्षण सामने आ रहे हैं। अधिकतर लोगों को माइल्ड से मॉडरेट बीमारी हो रही है। यह लक्षण व्यक्ति के वायरस से संक्रमित होने के 5-6 दिन बाद सामने आ रहे हैं। वहीं, कुछ मामलों में यह लक्षण 14 दिनों में भी सामने आए हैं।

    केसेस में तेजी का कारण?

    वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज की एक प्रोफेसर डॉ. गगनदीप कंग के मुताबिक, हर वायरस म्यूटेट होता है और उसके नए वेरिएंट्स सामने आते हैं। यूके और ब्राजील में जो स्ट्रेन है वह गंभीर है और यह तेजी से फैलता है।

    भारत सरकार के अनुसार, फिलहाल देश के 18 राज्यों में कोरोना के खतरनाक वेरिएंट्स सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में मिला डबल म्यूटेंट स्ट्रेन भी शामिल है। महाराष्ट्र में जो स्ट्रेन मिले हैं, उनमें दो जगहों पर बदलाव हुए हैं। इससे इसकी ट्रांसमिशन क्षमता बढ़ी है।

    ऐसे हैं नए लक्षण

    इन नए केसेस को लेकर जो अध्ययन हुआ है, उसके अनुसार बदलते स्ट्रेन के कारण लक्षणों में भी बदलाव आ रहे हैं। अब केवल बुखार, थकान या सूखी खांसी, स्वाद और गंध महसूस न होना ही कोरोना के लक्षण नहीं रह गए हैं। 

    एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्राजील और केंट के वेरिएंट्स ज्यादा पावरफुल हैं और इनकी वजह से नए तरह के लक्षण सामने आ रहे हैं। यह आपके प्रमुख अंगों पर भी हमला कर रहे हैं। भारत में हुई रिसर्च के हिसाब से पॉजिटिव पाए गए मरीजों में नए लक्षण सामने आए हैं।

    कोरोना के नए लक्षणों में पेट दर्द, जी मिचलाना, उल्टी और सर्दी के साथ ही मांसपेशियों में दर्द, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानियां, कमजोरी और भूख की कमी भी शामिल हैं। डॉक्टर बुखार और खांसी जैसे सामान्य लक्षण न होने के बावजूद भी टेस्ट कराने को कह रहे हैं। अब सबसे पहले डॉक्टरों द्वारा सिटी स्कैन कराने को कहा जा रहा है। 

    चीन में हुई एक स्टडी के अनुसार कंजक्टिवाइटिस भी कोविड-19 इन्फेक्शन का लक्षण है। नए स्ट्रेन की वजह से आंखों में लालिमा, सूजन और पानी आने की समस्या हो सकती है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में पिछले हफ्ते छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इन्फेक्शन सुनने की क्षमता को भी कमजोर बना रहा है। स्टडी के मुताबिक 7.6% इन्फेक्टेड लोगों की सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है।

    अत्यधिक कमजोरी और थकान को भी कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण में गिना जा  रहा है। यह साइटोकिन्स की वजह से हो सकता है, जो शरीर में किसी भी तरह के इन्फेक्शन पर रिएक्शन के तौर पर इम्यून सिस्टम में बनने लगते हैं। 

    कैसे हैं गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण?

    डॉक्टरों के मुताबिक कई तरह की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (पेट संबंधी) भी सामने आ रही हैं। पहले के स्थिति की तुलना में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। पहले तो यह लक्षण सामने ही नहीं आए थे, लेकिन अब ज्यादातर मामलों में यही लक्षण दिख रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि वायरस के नए स्ट्रेन पाचन तंत्र पर असर कर रहे हैं और इसकी वजह से डायरिया, पेट दर्द, मतली और उल्टी के सिम्पटम्स बढ़ रहे हैं।

    डॉक्टरों का कहना है कि, शरीर में जैसे-जैसे वायरस का लोड बढ़ता है, वैसे-वैसे वह अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचाता शुरू कर देता है। डॉक्टरों की सलाह है कि लापरवाही न बरती जाए और इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं और समय पर इलाज कर वायरस को आपको जकड़ने से रोकें।